PM मोदी युवाओं के कैसे बने फेवरेट? 10 बड़ी वजह जिन्होंने उन्हें बनाया यूथ आइकन
TV9 Bharatvarsh September 17, 2025 02:42 PM

भारत दुनिया की सबसे युवा जनसंख्या वाला देश है. 65% से अधिक आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है और करीब 22 करोड़ युवा 18 से 29 वर्ष आयु वर्ग में आते हैं. ऐसे में युवाओं का समर्थन किसी भी नेता के लिए निर्णायक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बड़े जनसमूह को न सिर्फ अपने पक्ष में किया बल्कि उन्हें एक नए भारत के निर्माण में सक्रिय भागीदार बनाया.

17 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी 75 वर्ष पूरे कर रहे हैं. यह उम्र भी उनके उत्साह और ऊर्जा के सामने सिर्फ एक संख्या भर लगती है. आइए समझते हैं वे 10 कारण जिनसे पीएम मोदी युवाओं के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत और आइकन बने.

1. मजबूत और आत्मविश्वासी नेतृत्व की छवि

साल 2014 से पहले भारतीय राजनीति में एक निर्णयहीनता की छवि बन चुकी थी. नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद युवाओं ने पहली बार देखा कि कोई नेता बड़े और साहसिक फैसले लेने में पीछे नहीं हटता. चाहे वह नोटबंदी हो, जीएसटी लागू करना हो या हाल में जीएसटी दरों में जनहित में किए गए बदलाव हों. अभिनंदन की रिहाई, सर्जिकल स्ट्राइक, ऑपरेशन सिंदूर जैसे निर्णायक कदम हों. हाल ही में अमेरिका की ओर से लगाया गया टैरिफ मोदी को हिला नहीं पाया. वे शांति से अपना काम करते जा रहे हैं. देश का यूथ नेतृत्व में यही साहस और आत्मविश्वास खोजते हैं.

2. संघर्ष से सफलता तक का सफर

भारतीय युवाओं को नरेंद्र मोदी के स्ट्रगल और हसल की कहानियां आकर्षित करती हैं. मोदी का बचपन साधारण था. वे अपने पिता की चाय की दुकान पर मदद करते थे, लेकिन आज वे दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेताओं में गिने जाते हैं. फोर्ब्स (2024) लिस्ट के अनुसार मोदी दुनिया के टॉप-10 सबसे प्रभावशाली नेताओं में शामिल हैं. यह सफर युवा वर्ग को यह भरोसा देता है कि मेहनत, विजन और डेडिकेशन से असंभव को संभव बनाया जा सकता है.

3. डिजिटल और टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली सोच

भारत में इंटरनेट क्रांति को बढ़ावा देने में मोदी सरकार ने अहम भूमिका निभाई. डिजिटल इंडिया (2015) कार्यक्रम से अब तक 80 करोड़ से अधिक लोग डिजिटल पेमेंट्स अपना चुके हैं. UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) ने दुनिया में सबसे ज्यादा डिजिटल ट्रांजेक्शन का रिकॉर्ड बनाया. 2024 में हर महीने 12 अरब से अधिक UPI ट्रांजेक्शन हुए. मोदी खुद सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं. सितंबर 2025 तक ट्विटर (X) पर 109 मिलियन और फ़ेसबुक पर 51 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, जिससे वे दुनिया के सबसे फॉलो किए जाने वाले राजनेताओं में शामिल हैं. वे सोशल मीडिया के हर प्लेटफ़ॉर्म पर सक्रिय हैं. कहने की जरूरत नहीं है कि सोशल मीडिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल युवा ही कर रहे हैं.

4. स्टार्टअप इंडिया और रोजगार की नई राहें

साल 2016 में शुरू हुए स्टार्टअप इंडिया अभियान से अब तक 1.2 लाख से अधिक स्टार्टअप्स पंजीकृत हो चुके हैं. इनमें से कई यूनिकॉर्न (1 अरब डॉलर वैल्यू वाले) बने हैं. युवा आज सिर्फ नौकरी खोजने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बन रहे हैं. इस बदलाव में मोदी सरकार की नीतियों ने निर्णायक भूमिका निभाई.

5. राष्ट्रवाद और युवाओं की भावना का मेल

युवाओं का दिल हमेशा जोश और जज्बे से भरा होता है. मोदी ने युवाओं की इस ऊर्जा को राष्ट्रवाद की भावना से जोड़ा. साल 2019 बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद युवाओं में देशभक्ति का उभार उनके समर्थन में साफ देखा गया. युवा आज स्ट्रॉन्ग इंडिया देखना चाहते हैं और मोदी की नीतियों ने उन्हें यही भरोसा दिया कि भारत अब कमजोर कड़ी नहीं बल्कि वैश्विक शक्ति है.

6. पर्सनैलिटी और भाषण कला

युवाओं पर लीडर की पर्सनैलिटी का बड़ा असर होता है. मोदी का पहनावा, संवाद का अंदाज और भाषणों की ऊर्जा उन्हें खास बनाते हैं. किसी भी सभा में जब वे स्थानीय भाषा से शुरुआत करते हैं तो क्या युवा, क्या अन्य, सब पसंद करने लगते हैं. मन की बात कार्यक्रम (2014 से) ने करोड़ों युवाओं को उनसे सीधे जोड़ने का काम किया. पीएम मोदी ने हर महीने के अंतिम रविवार को लगातार मन की बात एपिसोड करते आ रहे हैं, जिन्हें 95% जिले के लोग किसी-न-किसी रूप में सुन चुके हैं. उनकी जनसभाएं केवल प्रचार माध्यमों की मोहताज नहीं हैं, वे अपने समर्थकों के लिए खुद के प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करते आ रहे हैं.

7. खेल और फिटनेस आइकन

युवाओं को फिटनेस और खेलों से जोड़ना मोदी की अहम पहल रही.

• फिट इंडिया मूवमेंट (2019) ने लाखों युवाओं को प्रेरित किया.

• इंटरनेशनल योगा डे (2015) आज 190 से अधिक देशों में मनाया जाता है.

• उन्होंने कई मंचों पर खिलाड़ियों से मिलकर उन्हें प्रोत्साहन दिया. ओलंपिक और एशियन गेम्स के मेडल विजेताओं से व्यक्तिगत मुलाकातें-बातें युवाओं के लिए मोटिवेशन बन गईं.

8. स्किल इंडिया और रोजगार के अवसर

भारत के युवाओं की सबसे बड़ी चुनौती रोजगार है. इसके समाधान के लिए सरकार ने कई कदम उठाए. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) से अब तक 1.5 करोड़ से अधिक युवाओं को ट्रेनिंग मिली. मुद्रा योजना (2015) के तहत 44 करोड़ से अधिक लोन दिए गए, जिनमें 68% लाभार्थी महिलाएं और युवा थे. यह डेटा दिखाता है कि मोदी सरकार ने युवाओं को सिर्फ ‘टॉक्स’ नहीं बल्कि ठोस अवसर देने का काम किया.

9. संचार की जन अपील

युवाओं को ऐसे नेता चाहिए जो उनकी भाषा बोलें. मोदी हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती ही नहीं, बल्कि कई बार सोशल मीडिया स्लैंग का भी इस्तेमाल करते हैं. उनकी रैलियों और भाषणों की पहुंच जबरदस्त है. वे जब भी पब्लिक के बीच में होते हैं तो उन्हें सुनने वालों की संख्या का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है. उनके अपने सोशल मीडिया एकाउंट से तो लोग जुडते ही हैं, पार्टी के एकाउंट पर भी उनकी लाइव मौजूदगी होती है.

10. भारत की वैश्विक छवि में सुधार

मोदी ने भारत को वैश्विक मानचित्र पर मजबूत स्थिति दिलाई.

• 2023 में भारत ने G20 समिट की मेज़बानी की, जो देश की डिप्लोमेसी का ऐतिहासिक पल था.

• UN, BRICS और QUAD जैसे मंचों पर उनकी मौजूदगी ने भारतीय युवाओं को गर्व महसूस कराया.

• 2024 में जारी Pew Research Survey के अनुसार, 60% भारतीय युवा मानते हैं कि भारत की दुनिया में छवि मोदी शासन में बेहतर हुई है.

ऐसे में स्पष्ट है कि पीएम मोदी सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि युवाओं के लिए स्थापित रोल मॉडल हैं. उनकी ऊर्जा, राष्ट्रीय दृष्टिकोण, डिजिटल सोच, रोजगार और स्किल पर ध्यान तथा भारत को वैश्विक शक्ति बनाने की रणनीति ने उन्हें युवाओं का फेवरेट बना दिया है. 75 वर्ष की उम्र में भी उनकी सक्रियता और प्रतिबद्धता यह साबित करती है कि असली ताकत उम्र में नहीं, बल्कि सपनों और कार्यशक्ति में होती है.

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