लखनऊ में उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात में आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता, उपाध्यक्ष महेश कुमार शुक्ल और जसवंत सिंह उर्फ अतुल मौजूद रहे। साथ ही आयोग के सदस्य राजेश सिंह सेंगर, दीपक गोयल और रमाकान्त उपाध्याय भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान राज्य में गो-सेवा और गो-संवर्धन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। आयोग ने प्रदेश में गौवंश संरक्षण, आश्रय स्थलों के प्रबंधन और संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर अपने विचार साझा किए। माना जा रहा है कि इस बातचीत का उद्देश्य गौ-सेवा से संबंधित गतिविधियों को और प्रभावी बनाना तथा प्रदेश में चल रही योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना था।
गो-सेवा आयोग का गठन उत्तर प्रदेश में गौवंश के संरक्षण और संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। आयोग समय-समय पर सरकार को सुझाव देता है और विभिन्न जिलों में चल रही गतिविधियों की समीक्षा भी करता है। हाल के वर्षों में राज्य में कई गो-आश्रय स्थल स्थापित किए गए हैं, जहां पर बेसहारा और घायल पशुओं को आश्रय दिया जा रहा है।
इस मुलाकात को महज शिष्टाचार भेंट बताया गया है, हालांकि जानकारों का मानना है कि यह बैठक भविष्य में आयोग और सरकार के बीच बेहतर समन्वय का मार्ग प्रशस्त कर सकती है। गौवंश से जुड़े मुद्दों का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी है, जिसके चलते इस प्रकार की चर्चाओं को अहम माना जा रहा है।