बाजार में इस उत्साह के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं। सबसे पहले, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता का फिर से शुरू होना है। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की गई है, जिससे बाजार में धन का प्रवाह बढ़ने की संभावना है। इन सकारात्मक संकेतों ने निवेशकों के विश्वास को बढ़ाया और उन्होंने सक्रियता से खरीदारी की।
इस सप्ताह अडानी ग्रुप के शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली। जब से सेबी ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को खारिज किया है, तब से अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी आई है। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 6% तक चढ़ गया, जबकि अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी पावर के कुछ शेयरों में तो 12% तक का उछाल आया।
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में निवेशकों की नजर कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं पर रहेगी। अगले सप्ताह जीएसटी से संबंधित नए नियम लागू हो सकते हैं, और त्योहारों का मौसम भी शुरू होने वाला है, जिससे बाजार में खपत बढ़ने की उम्मीद है। अमेरिका से आने वाले आर्थिक आंकड़े, जैसे जीडीपी और महंगाई के आंकड़े भी बाजार की दिशा को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।