Maa Brahmacharini ki katha: नवरात्रि के दूसरे दिन जरूर पढ़ें मां ब्रह्मचारिणी की कथा, मिलेगा मनचाहा फल!
TV9 Bharatvarsh September 23, 2025 03:42 PM

Navratri 2nd Day Vrat Katha: शक्ति का पावन पर्व नवरात्रि चल रहा है, जो 2 अक्टूबर तक चलेगा. नवरात्रि का हर दिन दुर्गा देवी के अलग-अलग 9 स्वरूपों को समर्पित होता है. नवरात्रि के 9 दिनों तक 9 देवियों को 9 अलग भोग लगाए जाते हैं और साथ ही 9 दिनों तक 9 अलग-अलग रंग के कपड़े पहने जाते हैं. आज शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है और यह दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित है. इस दिन माता ब्रह्मचारिणी की विधिवत पूजा की जाती है और उनका प्रिय भोग लगाया जाता है. अगर आपने भी आज व्रत किया है, तो इस दिन माता ब्रह्मचारिणी की कथा जरूर पढ़नी चाहिए. ऐसे में आइए पढ़ते हैं दूसरे नवरात्रि की व्रत कथा.

ब्रह्मचारिणी माता की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, पूर्व जन्म में मां ब्रह्मचारिणी, राजा हिमालय और देवी मैना की पुत्री थीं. देवर्षि नारद के उपदेश से उन्होंने भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की. उन्होंने हजारों वर्षों तक केवल फल-फूल खाए और कुछ वर्षों तक सिर्फ साग पर निर्वाह किया.

इसके बाद माता ब्रह्मचारिणी ने सूखे बिल्व पत्र खाकर भी तपस्या जारी रखी. उनकी इस कठिन तपस्या के कारण उनका शरीर क्षीण हो गया और उनका नाम तपश्चारिणी या ब्रह्मचारिणी पड़ा. देवताओं और ऋषियों ने उनकी तपस्या की सराहना की और कहा कि आप से ही यह तप संभव था और अब आपकी मनोकामना जरूर पूर्ण होगी.

इस कथा से यह संदेश मिलता है कि जीवन में कितनी भी कठिन परिस्थितियां आ जाए, लेकिन मे मन विचलित नहीं होना चाहिए. मां ब्रह्मचारिणी की कृपा से व्यक्ति को सफलता प्राप्त होती है. नवरात्रि के दूसरे दिन इसी स्वरूप की पूजा की जाती है.

ब्रह्मचारिणी माता की आरती

जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता।

जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।।

ब्रह्मा जी के मन भाती हो।

ज्ञान सभी को सिखलाती हो।।

ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।

जिसको जपे सकल संसारा।।

जय गायत्री वेद की माता।

जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।।

कमी कोई रहने न पाए।

कोई भी दुख सहने न पाए।।

उसकी विरति रहे ठिकाने।

जो तेरी महिमा को जाने।।

रुद्राक्ष की माला ले कर।

जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।।

आलस छोड़ करे गुणगाना।

मां तुम उसको सुख पहुंचाना।।

ब्रह्माचारिणी तेरो नाम।

पूर्ण करो सब मेरे काम।।

भक्त तेरे चरणों का पुजारी।

रखना लाज मेरी महतारी।।

(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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