बीआरए बिहार विश्वविद्यालय (B.R.A. Bihar University) ने अपनी डिग्री आवेदन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। अब छात्रों को अपने आवेदन पत्र विश्वविद्यालय काउंटर पर जमा करने की जरूरत नहीं होगी। विश्वविद्यालय ने आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन पोर्टल आधारित कर दिया है। इसके तहत छात्र सीधे पोर्टल पर अपने व्यक्तिगत और शैक्षणिक रिकॉर्ड अपलोड करेंगे, जिससे समय की बचत होगी और कागजी कार्यवाहियों में भी कमी आएगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि यह कदम छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि नई व्यवस्था छात्रों के लिए अधिक सरल और पारदर्शी होगी। “हमने देखा कि पहले छात्रों को आवेदन पत्र जमा करने के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था। अब ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से वे कहीं से भी आवेदन जमा कर सकते हैं और अपनी स्थिति का ट्रैक रख सकते हैं। इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि प्रक्रिया में पारदर्शिता भी बढ़ेगी,” परीक्षा नियंत्रक ने कहा।
नई ऑनलाइन व्यवस्था में कई सुविधाएँ जोड़ी गई हैं। छात्र अब अपने सभी व्यक्तिगत विवरण, शैक्षणिक योग्यता और अन्य आवश्यक जानकारियाँ सीधे पोर्टल पर भर सकेंगे। पोर्टल पर भरी गई जानकारी से एक एक्सेल फाइल तैयार होगी, जो विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड के लिए सीधे उपयोग में लाई जाएगी। इससे छात्रों के डेटा का रख-रखाव भी आसान हो जाएगा और किसी भी तरह की त्रुटियों की संभावना कम होगी।
विश्वविद्यालय के तकनीकी विभाग ने बताया कि पोर्टल को छात्रों के अनुकूल और सुरक्षित बनाया गया है। पोर्टल पर आवेदन भरते समय छात्रों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएंगे और किसी भी समस्या की स्थिति में हेल्पलाइन उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा, छात्रों को पोर्टल के माध्यम से आवेदन की पुष्टि और अपडेट की जानकारी भी प्राप्त होगी।
छात्रों ने इस नई पहल का स्वागत किया है। बीए, बीएससी और बीकॉम जैसे स्नातक कोर्स के छात्र कहते हैं कि पहले आवेदन प्रक्रिया में लंबा समय लगता था और काउंटर पर लंबी कतारें लग जाती थीं। ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने के बाद वे अपने घर से ही आवेदन जमा कर पाएंगे, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि शिक्षा क्षेत्र में इस तरह के डिजिटलीकरण से छात्रों के लिए प्रशासनिक कामकाज सरल हो जाएगा और विश्वविद्यालयों की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी। इसके अलावा, यह कदम भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के अनुरूप भी है, जो सभी सरकारी और शैक्षणिक संस्थाओं को तकनीक के माध्यम से अधिक पारदर्शी और सुलभ बनाने का प्रयास कर रहा है।
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय का यह कदम अन्य विश्वविद्यालयों के लिए भी प्रेरणादायक साबित हो सकता है। आने वाले समय में उम्मीद की जा रही है कि विश्वविद्यालय आवेदन प्रक्रिया के अन्य पहलुओं को भी डिजिटल रूप में बदलने पर विचार करेगा।
इस नई व्यवस्था के तहत छात्र न केवल आवेदन पत्र आसानी से जमा कर पाएंगे बल्कि उनके डेटा की सुरक्षा और ट्रैकिंग भी सुनिश्चित होगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से अनुरोध किया है कि वे पोर्टल का सही और पूर्ण उपयोग करें और किसी भी समस्या या शंका की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन से संपर्क करें।
इस तरह, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की यह नई पहल छात्रों के लिए सरल, तेज और सुविधाजनक आवेदन प्रक्रिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।