भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित खानपान और नींद की कमी के कारण हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) आज एक आम समस्या बन चुका है। डॉक्टरों का कहना है कि हाई बीपी न सिर्फ शरीर पर असर डालता है, बल्कि यह मानसिक तनाव (Stress) को भी बढ़ा सकता है। लगातार बढ़ता तनाव आगे चलकर दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और अन्य गंभीर समस्याओं की जड़ बन सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ब्लड प्रेशर और तनाव के बीच एक चक्रव्यूह जैसा संबंध होता है। जब रक्तचाप बढ़ता है, तो शरीर में तनाव हार्मोन (जैसे कोर्टिसोल और एड्रेनालिन) का स्तर भी बढ़ता है। इससे व्यक्ति चिड़चिड़ा, थका हुआ और मानसिक रूप से अस्थिर महसूस करता है।
हाई ब्लड प्रेशर से कैसे बढ़ता है तनाव?
हाई बीपी होने पर हृदय को सामान्य से अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे शरीर की रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं और मस्तिष्क तक ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो सकती है। परिणामस्वरूप व्यक्ति मानसिक रूप से थकान और बेचैनी महसूस करता है, जिससे तनाव लगातार बढ़ता चला जाता है।
कैसे रखें खुद को हेल्दी और तनावमुक्त?
1. संतुलित आहार लें:
नमक की मात्रा कम करें, ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और लो-फैट डेयरी उत्पादों को अपने आहार में शामिल करें। ज्यादा वसा और चीनी से बचें।
2. नियमित व्यायाम करें:
रोजाना कम से कम 30 मिनट की वॉक, योग या हल्का व्यायाम करें। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के साथ-साथ मानसिक तनाव भी घटाता है।
3. नींद का रखें ध्यान:
कम से कम 7–8 घंटे की नींद लेना जरूरी है। अनिद्रा या टुकड़ों में नींद लेने से मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
4. मेडिटेशन और प्राणायाम करें:
ध्यान और गहरी सांस लेने की तकनीकें तनाव कम करने में बेहद मददगार होती हैं। ये मस्तिष्क को शांत करती हैं और रक्तचाप को भी संतुलित रखती हैं।
5. कैफीन और शराब से दूरी बनाएं:
चाय-कॉफी और शराब का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। बेहतर है कि इनका सेवन सीमित करें या बिल्कुल छोड़ दें।
6. स्क्रीन टाइम घटाएं:
मोबाइल और टीवी पर अधिक समय बिताना मानसिक रूप से थकावट पैदा करता है। डिजिटल डिटॉक्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
7. समय पर जांच करवाएं:
ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करवाएं और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का पालन करें। अनदेखी करना खतरनाक हो सकता है।
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