मौसम विभाग ने देश भर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। आने वाले कुछ दिनों में कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है। दक्षिण-पश्चिम मानसून धीरे-धीरे विदाई ले रहा है, लेकिन जाते-जाते ये बारिश का जोरदार तमाचा मार रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की वापसी रेखा इस समय रक्सौल, वाराणसी, जबलपुर, अकोला, अहिल्यानगर और अलीबाग से होकर गुजर रही है। अगले दो-तीन दिनों में ये रेखा ओडिशा, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम तक पहुंचेगी। इन इलाकों में तेज बारिश की संभावना है, और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।
उत्तर प्रदेश में मौसम लेगा करवटउत्तर प्रदेश में 12 से 17 अक्टूबर के बीच मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग का कहना है कि इस दौरान भारी बारिश होगी और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। इससे हालात और गंभीर हो सकते हैं। लोगों को सतर्क रहने और जरूरी इंतजाम करने की सलाह दी गई है।
पूर्वी भारत में गरज-चमक के साथ बारिशपूर्वी भारत में भी मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। ओडिशा में 12 अक्टूबर को कई जगहों पर गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी उसी दिन बारिश का अनुमान है। हिमालय की तलहटी वाले पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
दक्षिण भारत पर भी मानसून की मारमौसम विभाग ने दक्षिण भारत के लिए भी चेतावनी जारी की है। केरल और तमिलनाडु में 12 से 17 अक्टूबर तक भारी बारिश की आशंका है। कर्नाटक में 12 से 15 अक्टूबर, आंध्र प्रदेश में 12 से 14 अक्टूबर और पश्चिम बंगाल में 12 से 13 अक्टूबर तक बारिश का दौर रहेगा। खास तौर पर केरल में अति भारी बारिश का खतरा मंडरा रहा है, जिसके लिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
मछुआरों के लिए जरूरी सलाहमौसम विभाग ने मछुआरों के लिए भी खास चेतावनी जारी की है। अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में तेज लहरें और तूफान का खतरा है। इसलिए 12 से 16 अक्टूबर तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।