रांची, 14 अक्टूबर . रांची में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) और चाइल्डलाइन ने मानव तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. Jharkhand से गोवा ले जाए जा रहे 13 बच्चों को रांची रेलवे स्टेशन पर गिरोह के चंगुल से मुक्त कराया गया. हालांकि, तस्कर भागने में सफल रहे. ये बच्चे वास्कोडिगामा एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 17322) से यात्रा कर रहे थे.
आरपीएफ को गोपनीय सूचना मिली थी कि कुछ नाबालिगों को नौकरी दिलाने के बहाने गोवा ले जाया जा रहा है. सूचना के आधार पर आरपीएफ पोस्ट रांची, जीआरपी रांची, मुरी थाना Police और चाइल्डलाइन की संयुक्त टीम बनाई गई. टीम ने ट्रेन के मुरी स्टेशन से रवाना होने के बाद चलती ट्रेन में जांच अभियान शुरू किया.
जैसे ही ट्रेन Monday रात करीब 9 बजे रांची स्टेशन पहुंची, सुरक्षा बलों ने जनरल कोच में तलाशी अभियान चलाया. इसी दौरान 13 नाबालिग लड़के पाए गए, जो Jharkhand में देवघर के पास स्थित जसीडीह स्टेशन से सवार हुए थे. आधार कार्ड और प्राथमिक पूछताछ से पुष्टि हुई कि सभी की उम्र 18 वर्ष से कम है.
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बच्चों को काम दिलाने के नाम पर गोवा ले जाया जा रहा था. बच्चों को जीआरपी थाना रांची लाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई. इसके बाद उन्हें सुरक्षित रूप से चाइल्डलाइन रांची के हवाले कर दिया गया. चाइल्डलाइन टीम अब उनकी काउंसलिंग कर रही है और परिजनों से संपर्क कर रही है.
आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि तस्कर मौके से फरार हो गए, लेकिन उनकी पहचान के सुराग मिले हैं और पूरे नेटवर्क की जांच जारी है. Police ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को बच्चों या किशोरों की संदिग्ध यात्रा की जानकारी मिलती है तो तुरंत रेलवे या Police को सूचना दें ताकि मानव तस्करी जैसी गंभीर अपराधों को रोका जा सके.
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एसएनसी/डीकेपी