जदयू (जनता दल यूनाइटेड) ने बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में मोकामा से बड़े राजनीतिक दावेदार और पूर्व नेता अनंत कुमार सिंह को पार्टी ने टिकट दिया है। यह फैसला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि अनंत सिंह बिहार के बड़े राजनीतिक खेलाड़ियों में से एक माने जाते हैं।
मोकामा से अनंत सिंह को मिली टिकट
मोकामा सीट से टिकट मिलने के बाद अनंत सिंह की राजनीतिक वापसी को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। उन्होंने पिछले चुनावों में अपने मजबूत पकड़ का प्रदर्शन किया था, और इस बार जेडीयू की ओर से मैदान में उतरकर अपनी राजनीतिक जमीन को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे।
अनंत सिंह के अलावा, जेडीयू ने कई अन्य सीटों पर भी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है, जिनमें चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के दावेदारों की सीटें भी शामिल हैं। इसका मतलब है कि जेडीयू ने चिराग की कुछ पारंपरिक सीटों पर भी अपनी पकड़ बनाने की रणनीति तैयार की है।
चिराग पासवान की सीटों पर जेडीयू के प्रत्याशी
चिराग पासवान के LJP ने पिछले विधानसभा चुनावों में कई जगहों पर अपनी पकड़ दिखाई थी, लेकिन इस बार जेडीयू ने उन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारकर चुनावी समीकरण बदलने की कोशिश की है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम जेडीयू की सियासी मजबूती के लिए अहम साबित हो सकता है।
पहली सूची में अन्य प्रमुख नाम
जेडीयू ने पहली सूची में कुल 50 से अधिक उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। पार्टी ने खास ध्यान दिया है कि युवा और अनुभवी नेताओं के बीच संतुलन बना रहे। कई जगहों पर स्थानीय लोकप्रिय नेताओं को टिकट देकर जीत के आसार बढ़ाने की कोशिश की गई है।
आगे की रणनीति और गठबंधन की स्थिति
जेडीयू की इस पहली सूची से यह साफ हो गया है कि पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में अपने पुराने सहयोगी NDA के साथ आगे बढ़ने की योजना बना रही है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि गठबंधन और मजबूत उम्मीदवारों के साथ वे इस बार भी बड़ी जीत हासिल करेंगे।
यह भी पढ़ें:
ओट्स सभी के लिए नहीं फायदेमंद! बिना सोचे समझे खाना पड़ सकता है भारी