कंतारा: अ लीजेंड - चैप्टर 1 एक महत्वाकांक्षी और दृश्यात्मक रूप से आकर्षक फिल्म है, जिसमें ऋषभ शेट्टी का शानदार अभिनय देखने को मिलता है। हालांकि, इसकी धीमी शुरुआत और कमजोर क्लाइमेक्स इसे पूर्णता से वंचित कर देते हैं।
ऋषभ शेट्टी की कंतारा चैप्टर 1 बॉक्स ऑफिस पर लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। दर्शकों से इसे भरपूर प्यार मिल रहा है, और फिल्म की एक्टिंग की चर्चा हर जगह हो रही है। इस फिल्म में रुक्मिणी वसंत, गुलशन देवैया और जयराम भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म 2022 की हिट कंतारा का प्रीक्वल है, जो बूटा कोला अनुष्ठान की प्राचीन जड़ों को उजागर करती है।
कहानी चौथी शताब्दी ईस्वी में स्थापित है, जो कंतारा की रहस्यमयी भूमि की उत्पत्ति को दर्शाती है। फिल्म को इसके प्रभावशाली वीएफएक्स और दिलचस्प कहानी के लिए सराहा जा रहा है। यह फिल्म जल्द ही भारत में ₹400 करोड़ क्लब में शामिल होने की उम्मीद कर रही है, क्योंकि इसने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 465.25 करोड़ रुपये की कमाई की है।
कहानी हमें प्राचीन कदंब राजवंश के समय में ले जाती है, जहाँ एक निर्दयी राजा अपने स्वार्थ में अंधा हो जाता है। उसकी लालसा उसे एक रहस्यमय बूढ़े व्यक्ति के पास ले जाती है, जिसके पास अनमोल खजाने हैं। राजा की नजर उस पवित्र भूमि पर पड़ती है जिसे हम 'कंतारा' के नाम से जानते हैं।
इस संघर्ष में कंतारा का रक्षक, बरमे (ऋषभ शेट्टी), उभरता है, जो अपने लोगों के प्रति अटूट विश्वास का प्रतीक है। जब कंतारा के निवासी भांगड़ा के क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, तो टकराव अपरिहार्य हो जाता है।
जयराम ने अपने किरदार को गंभीरता से निभाया है, जबकि गुलशन देवैया ने कुलशेखर के रूप में दर्शकों को प्रभावित किया है। ऋषभ शेट्टी, जो न केवल मुख्य अभिनेता हैं बल्कि लेखक और निर्देशक भी हैं, फिल्म की धड़कन साबित होते हैं।
फिल्म तकनीकी दृष्टि से समृद्ध है। अरविंद एस. कश्यप की सिनेमैटोग्राफी दर्शकों को कंतारा की रहस्यमयी दुनिया में डुबो देती है। हालांकि, गानों में वह गहराई नहीं है जो पहली फिल्म में थी।
इसका उत्तर आपके देखने के अनुभव पर निर्भर करता है। धीमी शुरुआत के बाद, कंतारा: अ लीजेंड - चैप्टर 1 एक यादगार अनुभव बन जाती है।
कंतारा: अ लीजेंड - चैप्टर 1 एक समृद्ध अनुभव है जो लोककथाओं और मानवीय मूल्यों की गहराई में उतरता है। इसे 5 में से 4 स्टार दिए जाने की हक़दार है।