उत्तराखंड: धर्म की आड़ में लोगों की भावनाओ से खिलवाड करने तथा चमत्कार और दैवीय शक्तियों के दम पर उनकी समस्याओं को ठीक करने का प्रलोभन देकर उनसे पैसा ठगने वालों के विरूद्ध चलाये जा रहे आपरेशन कालेनमि के अन्तर्गत कोतवाली पुलिस टीम ने अलग-अलग स्थानो पर घूम रहे दो फर्जी/छदम-भेषधारी बाबा, जो कि जनता के मध्य खुद को चमत्कारी बाबा बता रहा थे एवं चमत्कार दिखाने व खुद को देवता के अवतार बताकर एवं तन्त्रो/मंत्रो के माध्यम से बीमारी आदि को ठीक करने के नाम पर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे थे। उक्त दोनो बाबाओं से मौके पर की गयी पूछताछ के दौरान संतोषजनक उत्तर नही देने के कारण मौके से हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ हेतु थाने पर लाया गया। पुलिस आगे का कार्रवाई कर रही है।
क्या है “ऑपरेशन कालनेमि”?
ऑपरेशन कालनेमि उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू किया गया एक अभियान है, जिसका मकसद है उन व्यक्तियों की पहचान करना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना जो धर्म या धार्मिक वेश का उपयोग कर लोगों को ठगते हैं, आस्था से खिलवाड़ करते हैं, या समाज में भ्रम फैलाते हैं।
इस अभियान का नाम “कालनेमि” रामायण के उस राक्षस से लिया गया है जो साधु का भेष धारण कर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश करता है। इस रूपक का उपयोग यह दिखाने के लिए किया गया है कि कुछ लोग साधु या संत की आड़ में पाखंड करते हैं।