राम की पैड़ी पर पहली बार 80,000 दीयों की भव्य रंगोली
Indiatimes October 17, 2025 10:42 PM

अयोध्या में इस वर्ष दीपोत्सव 2025 का आयोजन राम की पैड़ी को 80,000 दीयों से सजाने के साथ भव्य रूप ले रहा है। यह पहली बार है कि इस पैमाने पर दीयों की रंगोली बनाई जा रही है, जिसमें कलश, स्वास्तिक और कमल जैसे प्रतीक शामिल होंगे।

दीयों की यह भव्य रंगोली पारंपरिक चौक पूरना शैली में बनाई जा रही है, जिसमें मिट्टी के दीये, प्राकृतिक रंग और फूलों का उपयोग किया गया है। यह आयोजन न केवल अयोध्या को रोशनी से सजाएगा, बल्कि स्थानीय कला और संस्कृति का एक जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत करेगा।

राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कला विभाग की टीम इस रंगोली को तैयार कर रही है। लगभग पचास छात्रों ने इसमें रंग, सजावट और दीयों की व्यवस्था में अपनी मेहनत लगा रखी है। मुख्य समन्वयक और कलाकार डॉ. सरिता द्विवेदी ने बताया कि यह रंगोली सिर्फ कला नहीं बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है, जिसमें प्रत्येक दीया और रंग श्रद्धा और समर्पण व्यक्त करता है।

स्थानीय कुम्हारों ने भी इस आयोजन में योगदान दिया है और दीयों को पारंपरिक रूप से तैयार किया है। प्राकृतिक रंगों, हल्दी, चावल के आटे और मिट्टी के दीयों का उपयोग करते हुए कलाकारों ने भारत की पारंपरिक कला शैली को संरक्षित किया है।

जैसे ही सूर्यास्त होगा, और 80,000 दीयों की रोशनी राम की पैड़ी पर फैलेगी, यह रंगोली एक असाधारण दृश्य प्रस्तुत करेगी, जैसे धरती पर तारे उतर आए हों। इस आयोजन में चकपूरना के माध्यम से देवताओं का स्वागत करने की परंपरा भी दिखाई देगी।

इस वर्ष दीपोत्सव केवल धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि कला, संस्कृति और स्थानीय कारीगरी का एक मंच बन गया है। श्रद्धालु दीपों की रोशनी के बीच राम की पैड़ी पर “जय श्री राम” के नारे लगाते हुए इस दृश्य का आनंद लेंगे। यह आयोजन अयोध्या के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को उजागर करने वाला एक प्रमुख अवसर है।

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