महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और प्रहार जनशक्ति पार्टी के प्रमुख बच्चू कडू ने विधायकों को लेकर बड़ा बयान दिया है जिससे हलचल मच गई. उन्होंने किसानों को अजीबोगरीब सलाह देते हुए कहा कि वो आत्महत्या करने के बजाय विधायकों को मारे. उन्होंने यह बात किसानों को उनकी फसल के उचित दाम न मिलने पर कही. जिसके बाद उनके बयान की पूरे राज्य में चर्चा हो रही है. लोग उनके इस बयान की जमकर आलोचना कर रहे हैं.
बच्चू कडू ने बुलढाणा जिले के पातुर्डा गांव में राज्यव्यापी किसान अधिकार सम्मेलन में किसानों से सीधे तौर पर कहा कि खुद आत्महत्या करने से अच्छा है कि आप एक विधायक का सिर काट दें. उन्होंने कहा कि अगर रोज़ाना 12 से 13 किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सरकार नहीं जाग रही है, तो एक का सिर काटने में क्या दिक्कत है? . उन्होंने कहा कि फिर किसानों को आत्महत्या के बारे में सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
‘संभाजी अंत तक किसानों के लिए लड़े’किसानों को संबोधित करते हुए जनशक्ति पार्टी के प्रमुख बच्चू कडू ने कहा कि किसानों को तीन हज़ार रुपये में सोयाबीन बेचना पड़ रहा है, एक भी ख़रीद केंद्र अभी तक खुला नहीं है, देवा भाऊ ने कहा था कि गारंटीड दाम पर 20% बोनस देंगे, लेकिन गारंटीड दाम भी नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि संभाजी महाराज की हत्या के लिए शिर्के अप्रत्यक्ष रूप से ज़िम्मेदार थे. उन्होंने कहा कि संभाजी राजे अंत तक किसानों के लिए लड़े.
‘प्रवीण दरेकर को किसानों की दुर्दशा देखनी चाहिए’वहीं प्रवीण दरेकर के बारे में बात करते हुए बच्चू कडू ने कहा ‘प्रवीण दरेकर को मंत्री पद न मिलने के कारण इतनी बातें करनी पड़ रही हैं. उन्हें कोंकण जाकर किसानों की दुर्दशा देखनी चाहिए. वे पार्टी की गुलामी में जीने वाले लोग हैं’. उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसे नेता के प्रति वफ़ादारी छोड़ देनी चाहिए, उनके लिए वो पार्टी-प्रेमी हैं. आम लोगों से उन्हें प्यार नहीं होता, दरेकर उनमें से एक हैं, वो पार्टी के प्रति वफ़ादार हैं.
‘नितेश राणे को किसानों की क्या क़द्र होगी’इसके साथ ही नितेश राणे के बारे में बच्चू कडू ने कहा कि राणे यहां हिंदुत्व की बात करते हैं और राजस्थान जाकर वहां पूजा-अर्चना करते हैं. उन्होंने कहा कि राणे तबला बजाने वाले आदमी कडू ने कहा कि नितेश राणे को खेती करनी नहीं आती, उनके पास ज़मीन-जायदाद है और उनके पिता-दादा ने उन्हें पद दिया है, उन्हें किसानों की क्या क़द्र होगी.
‘हाथ-पैर तोड़ देने की बात करना हिंदू धर्म नहीं’वहीं भोपाल की पूर्व सांसद और बीजेपी नेता प्रज्ञा साध्वी के लव लिहाज वाले बयान को लेकर उन्होंने कहा ‘कितनी भाजपाई लड़कियों ने मुसलमानों से शादी की है? लड़कियों को दोष देने के बजाय, उनके माता-पिता को भी दोष देना चाहिए’. उन्होंने कहा कि ऐसे बयान समाज में फूट डालने के लिए दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि हाथ-पैर तोड़ देने की बात करना हिंदू धर्म नहीं है, हिंदू धर्म ने यह नहीं सिखाया. उन्होंने कहा कि अगर कोई लड़की अपनी मर्ज़ी से जाती है, तो प्यार में रिश्ता होता है, प्यार अंधा होता है’. वहीं शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत के बारे में बात करते हुए बच्चू कडू ने कहा कि राउत और एकनाथ शिंदे का अंदरूनी झगड़ा है.
कौन हैं बच्चू कडूबच्चू कडू का पूरा नाम ओमप्रकाश बाबाराव कडू हैं. वो प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष हैं. इस पार्टी की स्थापना 2019 में हुई थी. कडू विदर्भ क्षेत्र के अमरावती जिले की अचलपुर विधानसभा सीट से 2004 से 2019 तक 4 बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुने गए. प्रहार जनशक्ति से 2019 के महाराष्ट्र चुनाव में 2 विधायक बच्चू कडू और मेलघाट से राजकुमार पटेल चुने गए थे. 022 में एकनाथ शिंदे सरकार में उनको राज्य मंत्री बनाया गया था.