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कई लोग सर्दी-खांसी जैसी आम बीमारियों के लिए दवाइयाँ लेने के आदी होते हैं। कई लोग अपने शरीर को फिट और त्वचा व बालों को खूबसूरत बनाए रखने के लिए तरह-तरह के विटामिन और सप्लीमेंट लेते हैं। हालाँकि, जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. इवान लेविन ने चेतावनी दी है कि अगर इन सप्लीमेंट्स का ज़्यादा मात्रा में सेवन किया जाए तो ये शरीर के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. लेविन ने कहा कि कुछ विटामिन और पादप-आधारित सप्लीमेंट्स का लंबे समय तक सेवन करने से हृदय और यकृत पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। कुछ ऐसे जेल कैप्सूल हृदय की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकते हैं।
सीडीसी के आंकड़ों के अनुसार, हर साल 8 लाख से ज़्यादा अमेरिकी दिल के दौरे या स्ट्रोक से पीड़ित होते हैं। 2020 में, लगभग 1.38 लाख लोगों की स्ट्रोक के कारण मृत्यु हुई। गौरतलब है कि हाल के दिनों में युवाओं में भी दिल के दौरे की दर बढ़ी है। इसके अलावा, लगभग 50 लाख अमेरिकी यकृत रोग से पीड़ित हैं और लगभग 60,000 लोग हर साल यकृत की विफलता से मरते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि नियासिन, जिसे विटामिन बी3 भी कहा जाता है, एक ऐसा सप्लीमेंट है जो ज़्यादा मात्रा में लेने पर हृदय और लीवर दोनों को नुकसान पहुँचा सकता है। नियासिन शरीर के ऊर्जा उत्पादन और मांसपेशियों, त्वचा और पाचन क्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विटामिन प्राकृतिक रूप से रेड मीट, मछली, ब्राउन राइस, सूखे मेवे और केले जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। हालाँकि, डॉक्टर इसे कोलेस्ट्रॉल कम करने या गठिया के इलाज के लिए सप्लीमेंट के रूप में लेने की सलाह देते हैं।
रोज़ाना 800 मिलीग्राम या उससे ज़्यादा ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट लेना खतरनाक हो सकता है। खासकर जिन लोगों को हृदय रोग, मधुमेह, एनीमिया, रक्तस्राव विकार या पहले से लीवर की समस्या है, उन्हें ऐसे सप्लीमेंट्स से दूर रहना चाहिए।
डॉ. लेविन की इस चेतावनी के साथ, अब स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के लिए सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है। क्योंकि बिना उचित जानकारी के लिए गए सप्लीमेंट्स स्वास्थ्य में सुधार करने के बजाय हृदय और लीवर को गंभीर नुकसान पहुँचा सकते हैं।