माउंटेन मैन के बेटे का बड़ा खुलासा: राहुल से मिला वादा, दिल्ली में 4 दिन भटके लेकिन टिकट गायब, अब क्या करेंगे भगीरथ?
UPUKLive Hindi October 23, 2025 09:42 AM

बिहार में विधानसभा चुनाव की रौनक चारों तरफ छाई हुई है. नामांकन का दौर खत्म हो चुका है और अब प्रचार अभियान ने रफ्तार पकड़ ली है. लेकिन कई लोग अभी भी टिकट न मिलने से उदास हैं. ‘माउंटेन मैन’ दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ मांझी भी कांग्रेस से टिकट की आस लगाए बैठे थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें निराश कर दिया. भगीरथ का कहना है कि पहले उन्हें टिकट का आश्वासन मिला था, मगर अब कुछ नहीं हुआ.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में भगीरथ मांझी ने अपनी निराशा जाहिर की. उन्होंने बताया कि टिकट पाने की उम्मीद में वह दिल्ली गए और वहां पूरे चार दिन रुके. भगीरथ ने कहा, “मैं चार दिन तक दिल्ली में रहा, लेकिन टिकट नहीं मिला. मैंने अपने सारे जरूरी कागजात जमा कर दिए थे.”

दिल्ली में टिकट के लिए राहुल से मिल नहीं सके

राहुल गांधी का जिक्र करते हुए भगीरथ ने खुलासा किया, “मैंने राहुल गांधी से टिकट मांगा था, और उन्होंने कहा था कि वह टिकट देंगे. मुझे भी टिकट मिलने की पूरी उम्मीद थी. सभी को टिकट बांट दिए गए, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला. मैं चार दिन तक दिल्ली में रहा. वहां राहुल गांधी से मिल नहीं पाया.”

भगीरथ ने आगे बताया कि जब राहुल गांधी उनके घर आए थे, तब साथ बैठकर टिकट की बात हुई थी. उस वक्त राजगीर जाने पर उन्हें भी साथ ले गए थे. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने ही उनका घर बनवाया है.

राहुल ने विधायक बनाने का किया था वादा

इस साल जनवरी में भगीरथ मांझी जनता दल यूनाइटेड छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. कांग्रेस जॉइन करने से पहले पटना में राहुल गांधी से उनकी मुलाकात हुई थी. तब भी उन्होंने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. भगीरथ का दावा है कि उस मीटिंग में राहुल ने उन्हें पास बिठाया, खुद हाथों से पानी पिलाया और विधायक बनाने का वादा किया था.

भगीरथ मांझी के पिता दशरथ मांझी बिहार के गया जिले के गेहलौर गांव के निवासी थे. बिहार सरकार के मुताबिक, दशरथ ने अकेले हथौड़ा और छेनी से एक पहाड़ काटकर 110 मीटर लंबा (360 फीट), 9.1 मीटर चौड़ा (30 फीट) और 7.7 मीटर गहरा (25 फीट) रास्ता बना डाला. इसमें उन्हें 22 साल लगे. इस रास्ते से अत्री और वजीरगंज ब्लॉकों के बीच की दूरी 55 किमी से घटकर सिर्फ 15 किमी रह गई. दशरथ का निधन 17 अगस्त 2007 को दिल्ली के एम्स में हुआ था. बाद में बिहार सरकार ने उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया.

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