नोबेल विजेता Maria Corina Machado बोलीं– “भारत दुनिया के लिए महान लोकतंत्र का उदाहरण”
UPUKLive Hindi October 25, 2025 11:42 PM

Maria Corina Machado : 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार की विजेता मारिया कोरीना माचाडो, जो दो दशकों से वेनेजुएला में लोकतंत्र की बहाली के लिए संघर्ष कर रही हैं, ने भारत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने भारत को “महान लोकतंत्र” और “दुनिया के लिए एक उदाहरण” करार दिया।

टाइम्स नाउ को दिए एक खास इंटरव्यू में, अपने गुप्त ठिकाने से बात करते हुए, माचाडो ने कहा कि जब वेनेजुएला में लोकतंत्र की वापसी होगी, तब भारत उनका “महान सहयोगी” बन सकता है। उन्होंने ऊर्जा, अवसंरचना और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में भारत के साथ मजबूत रिश्तों की उम्मीद जताई। माचाडो पिछले 15 महीनों से छिपकर रह रही हैं, क्योंकि वहां की सरकार उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।

भारत: एक प्रेरणा का प्रतीक

माचाडो ने भारत के प्रति अपने गहरे सम्मान को जाहिर करते हुए कहा, “भारत एक महान लोकतंत्र है। पूरी दुनिया आपकी ओर देखती है। यह सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। लोकतंत्र को हमेशा मजबूत करना चाहिए, इसे कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए।” उन्होंने यह भी बताया कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करना चाहती हैं और उम्मीद करती हैं कि जल्द ही एक स्वतंत्र वेनेजुएला में पीएम मोदी का स्वागत कर सकेंगी।

गांधी जी से मिली प्रेरणा

मारिया ने भारत के प्रति अपने प्यार को और गहराई से व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी कुछ महीने पहले भारत गई थी और उसे आपका देश बहुत पसंद आया। मेरे कई वेनेजुएलन दोस्त भारत में रहते हैं। मैं भारतीय राजनीति को भी करीब से देखती हूं।” माचाडो ने महात्मा गांधी के अहिंसक संघर्ष को अपनी प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा, “शांतिपूर्ण होना कमजोरी नहीं है। गांधी जी ने पूरी दुनिया को सिखाया कि अहिंसा में कितनी ताकत होती है।”

“हमने जीता, लेकिन जीत चुराई गई”

2024 के वेनेजुएला राष्ट्रपति चुनावों पर बात करते हुए माचाडो ने सनसनीखेज दावा किया कि विपक्ष ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी, लेकिन सरकार ने उनकी जीत “चुरा ली”। उन्होंने बताया, “28 जुलाई 2024 को हमने राष्ट्रपति चुनाव में 93% वोटों से जीत दर्ज की थी। मुझे विपक्ष की उम्मीदवार के रूप में चुना गया था, लेकिन शासन ने मुझे चुनाव लड़ने से रोक दिया। फिर एक साहसी राजनयिक ने मेरी जगह उम्मीदवारी संभाली और हमने 70% वोटों से जीत हासिल की।

हमारे पास 85% मूल मतदान पर्चियों का रिकॉर्ड है।” माचाडो ने राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मादुरो ने सत्ता छोड़ने से इनकार कर “इतिहास की सबसे क्रूर दमन लहर” शुरू की, जिसमें हजारों निर्दोष लोग गायब कर दिए गए, महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार हुए, और कई लोगों को मार डाला गया।

ट्रंप: लोकतंत्र के लिए सहयोगी

माचाडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को “लोकतंत्र की लड़ाई में मुख्य सहयोगी” बताया। उन्होंने कहा, “दुनिया जानती है कि मादुरो और उनके सहयोगी अपराधी हैं। अब अमेरिका, लैटिन अमेरिका, कैरेबियाई देशों, यूरोप और उम्मीद है कि एशिया के देशों के सहयोग से मादुरो को समझ आ रहा है कि उनका समय खत्म हो गया है। हमने उन्हें सम्मानजनक सत्ता हस्तांतरण का मौका दिया है।”

भारत के साथ नई शुरुआत

माचाडो ने भविष्य की संभावनाओं पर बात करते हुए कहा कि एक स्वतंत्र वेनेजुएला में भारत के लिए निवेश के बड़े मौके होंगे। उन्होंने बताया, “ऊर्जा, अवसंरचना और टेलीकॉम जैसे क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के लिए ढेर सारी संभावनाएं हैं। हमें भारत की आवाज चाहिए, एक महान लोकतंत्र की आवाज, जो वेनेजुएला के लोगों के अधिकारों और लोकतंत्र के समर्थन में उठे।”

मारिया कोरीना माचाडो वेनेजुएला की जानी-मानी विपक्षी नेता और कार्यकर्ता हैं। उन्हें 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार उनके अहिंसक लोकतांत्रिक संघर्ष के लिए मिला है। मादुरो सरकार के दमन के कारण वह डेढ़ साल से भूमिगत जीवन जी रही हैं, लेकिन उनका आंदोलन अब भी जोर-शोर से चल रहा है।

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