टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान अक्सर सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट और कमेंट्स के कारण चर्चाओं में रहते हैं. खास तौर पर जब भारतीय टीम पाकिस्तान को किसी वर्ल्ड कप या एशिया कप के मैच में हराती है, या फिर अफगानिस्तान की टीम भी पाकिस्तान पर जीत दर्ज करती है तो इरफान तंज कसने का मौका नहीं गंवाते. जाहिर तौर पर हर भारतीय क्रिकेटर और क्रिकेट फैन की तरह टीम इंडिया की जीत पर वो खुश होते हैं लेकिन पाकिस्तान से उनके संबन्ध हैं ही कुछ ऐसे और इसकी एक खास वजह भी. इरफान के जन्मदिन पर इस खास वजह के बारे में आपको बताते हैं.
27 अक्टूबर को इरफान पठान 41 साल के हो गए. टीम इंडिया के लिए 173 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले बाएं हाथ के इस स्टाइलिश ऑलराउंडर का करियर ज्यादा लंबा नहीं चला लेकिन जब भी बात पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन की आई तो इरफान ने कुछ न कुछ खास कमाल जरूर किया. इसकी एक वजह तो उनकी काबिलियत ही थी लेकिन दूसरी वजह भी थी, जिसने शायद इरफान को ज्यादा प्रेरित किया.
गली का बॉलर कहा तो इरफान ने दिया जवाबअसल में ये बात इरफान पठान के करियर के शुरुआती दिनों की है. बड़ौदा से आने वाले इरफान ने 2003-04 के ऑस्ट्रेलिया दौरे से अपना इंटरनेशनल करियर शुरू किया था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज और फिर वहीं तीन देशों की वनडे सीरीज में इरफान ने अपनी तेज गेंदबाजी, खास तौर पर रफ्तार के साथ स्विंग, से अपनी बड़ी छाप छोड़ी थी और क्रिकेट जगत का ध्यान खींचा था. इस सीरीज के बाद उनकी टीम में जगह पक्की हो गई थी और फिर सबको इंतजार था पाकिस्तान दौरे का, जो कई सालों के बाद हो रहा था.
टीम इंडिया 2004 में ही पाकिस्तान के दौरे पर वनडे और टेस्ट सीरीज खेलने गई थी और इस वक्त पठान की धूम थी. हर कोई उन्हें पाकिस्तान के लिए बड़ा खतरा बता रहा था. मगर उस वक्त पाकिस्तान टीम के कोच थे पूर्व दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद, जो अपने बड़बोलेपन के लिए भी कुख्यात थे. बस यही बड़बोलापन उन्होंने सीरीज से पहले दिखा दिया, जब मीडिया से बात करते हुए उन्होंने इरफान का मजाक उड़ाते हुए कहा कि उनके जैसे गेंदबाज तो पाकिस्तान की गलियों में मिल जाते हैं.
मियांदाद का ये बयान ज्यादा वक्त नहीं टिक सका क्योंकि पाकिस्तान में फिर इरफान ने अपना जलवा दिखाया. बाएं हाथ के गेंदबाज ने वनडे सीरीज में 3 मैच खेले और इनमें 8 विकेट अपने नाम किए. वहीं इसके बाद टेस्ट सीरीज के 3 मैच में भी इरफान ने 12 विकेट झटके और 54 रन का योगदान दिया. इसके बाद भी पाकिस्तान के खिलाफ इरफान का कमाल जारी रहा और 2006 में फिर पाकिस्तान दौरे पर उन्होंने कराची टेस्ट के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया. वो टेस्ट क्रिकेट में किसी मैच के पहले ओवर में हैट्रिक लेने वाले इकलौते गेंदबाज बने.
पाकिस्तान पर हमेशा बरपाया कहरइसके अलावा भी इरफान ने पाकिस्तान को खूब परेशान किया और इसमें सबसे यादगार प्रदर्शन तो टी20 वर्ल्ड कप 2007 में आया. इस वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में इरफान ने पाकिस्तान के खिलाफ 2 विकेट लेकर अपना योगदान दिया था. फिर फाइनल में तो वो पाकिस्तान के लिए काल साबित हुए. उन्होंने खिताबी मुकाबले में सिर्फ 16 रन देकर 3 बड़े विकेट लिए और टीम इंडिया को चैंपियन बनाया, जबकि खुद फाइनल के प्लेयर ऑफ द मैच बने.
कुल मिलाकर इरफान ने पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन किया. पाकिस्तान के खिलाफ 10 टेस्ट मैच में इरफान ने 385 रन बनाए, जिसमें उनके करियर का इकलौता शतक भी शामिल है. वहीं 27 विकेट भी उन्होंने झटके. वनडे की बात करें तो यहां इस टीम के खिलाफ भारतीय ऑलराउंडर ने 23 मैच में 399 रन बनाने के साथ ही 34 विकेट भी अपने नाम किए. वहीं सिर्फ 3 टी20 मैच में इरफान ने पाकिस्तान के खिलाफ 6 शिकार किए.
ऐसा रहा इरफान पठान का इंटरनेशनल करियरसिर्फ 19 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने वाले इरफान का करियर ज्यादा लंबा तो नहीं चला और 2012 में उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेला. मगर इस दौरान उन्होंने कई यादगार प्रदर्शन किए. इरफान के करियर की बात करें तो 29 टेस्ट मैच में 1105 रन और 100 विकेट उनके खाते में आए. वनडे क्रिकेट में 120 मुकाबलों में 1544 रन के साथ 173 विकेट का योगदान इरफान ने दिया. इसी तरह टी20 क्रिकेट के 24 मैच में उन्होंने 172 रन बनाए, जबकि 28 विकेट भी लिए.