अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जेएनयू के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को जेएनयूएसयू संयुक्त सचिव वैभव मीणा के नेतृत्व में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय में छात्रों की सुविधा, परिवहन व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं और विकास से जुड़ी प्रमुख मांगों पर चर्चा की और एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा.
बैठक में जेएनयू में संचालित यू-स्पेशल बसों की संख्या और आवृत्ति बढ़ाने की मांग उठाई गई. साथ ही, डीटीसी बसों में निशुल्क यात्रा और मेट्रो कंसेशन पास जैसी रियायती सुविधाएं देने का सुझाव दिया गया, ताकि छात्रों पर आर्थिक बोझ कम हो. एबीवीपी ने मेट्रो फीडर बस सेवा की भी मांग की, जिससे जेएनयू को हौज खास या मुनिरका मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जा सके.
इन मुद्दों पर भी की चर्चाप्रतिनिधिमंडल ने जेएनयू लाइब्रेरी एक्सटेंशन बिल्डिंग के निर्माण की भी मांग रखी, ताकि सीमित सीटिंग क्षमता की समस्या का समाधान हो सके. साथ ही, जेएनयू स्टेडियम के अपग्रेड और बेहतर खेल सुविधाओं की आवश्यकता पर चर्चा हुई. स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर, एबीवीपी ने जेएनयू हेल्थ सेंटर में स्थायी गायनोकॉलजिस्ट की नियुक्ति, अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर (UAAM) की स्थापना, और छात्रों को मेडिकल बीमा उपलब्धि करवाने की मांग रखी.
जेएनयू छात्रों को मौका देने की मांगइसके अलावा, प्रतिमाह स्वास्थ्य जांच शिविर, एमसीडी द्वारा नियमित फॉगिंग, और दिल्ली सरकार के अस्पतालों में जेएनयू छात्रों के लिए उपचार की प्राथमिकता उपलब्ध करवाने की मांग रखी. प्रतिनिधिमंडल ने खुले व्यायाम स्थल व बेंच, सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनों की संख्या बढ़ाने, और दिल्ली सरकार की इंटर्नशिप योजनाओं में जेएनयू छात्रों को अवसर देने की भी मांग की.
एबीवीपी ने की निर्माण और काम की राजनीतिजेएनयूएसयू संयुक्त सचिव वैभव मीणा ने कहा, एबीवीपी ने जेएनयू में हमेशा निर्माण और काम की राजनीति की है. जब भी एबीवीपी यूनियन में जीतकर आई है, हमने विश्वविद्यालय की बड़ी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस प्रयास किए है. इस साल भी यूनियन में जीत के बाद हमने लगातार जेएनयू के छात्र हितों के लिए काम किया है. इसी क्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मुलाकात हुई, जिसमें हमने छात्र कल्याण और विश्वविद्यालय विकास से जुड़ी मांगों पर चर्चा की.
क्या है प्रमुख मांगें