कभी प्यार को सबसे खूबसूरत रिश्ता माना जाता था. लोग कहते थे कि अगर दो लोग एक-दूसरे से प्यार करते हैं, तो बाकी दुनिया क्या सोचे, फर्क नहीं पड़ता. लेकिन आजकल कुछ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो इस सोच को झकझोर कर रख देते हैं. पिछले कुछ सालों में भारत के अलग-अलग हिस्सों से चौंकाने वाली खबरें आई हैं. इसमें एक चीज कॉमन थी– एक ऐसा रिश्ता जिसमें महिला की उम्र पुरुष से कहीं ज्यादा थी.
कभी 20 साल तो कभी 30 साल का फर्क
ऐसे रिश्तों में कभी-कभी 10 साल, कभी 20 साल, तो कहीं 30 साल तक का अंतर. दोनों ने समाज की परवाह किए बिना प्यार किया. लेकिन ये प्यार बहुत ही बुरा मोड़ ले गया. किसी को मार दिया गया, किसी ने खुद को खत्म कर लिया, और कहीं हत्या को दुर्घटना दिखाने की कोशिश की गई. इस ट्रेंड को समझना जरूरी है, क्योंकि यह सिर्फ किसी एक लड़की या लड़के की कहानी नहीं है. यह हमारे समाज के सोचने के तरीके, रिश्तों में शक और ईगो, और मानसिक तनाव की गहराई को दिखाता है.
नागपुर से लेकर राजस्थान तक
क्या सिर्फ उम्र का फर्क ही वजह है?
इन सभी मामलों में सिर्फ एक चीज नहीं थी जो हत्या की वजह बनी. लेकिन एक बात साफ है- जब उम्र में इतना फर्क होता है, तो रिश्ते में कई बार इमोशनल बैलेंस नहीं बन पाता. कई बार छोटे उम्र का पार्टनर रिश्ते की गंभीरता नहीं समझ पाता, और जब रिश्ता टूटता है या उसमें दखल आता है, तो गुस्सा, बदला या ईगो बहुत खतरनाक रूप ले लेता है.
दूसरी तरफ, ऐसे रिश्तों को समाज और परिवार भी आसानी से नहीं अपनाता. महिला अगर उम्र में बड़ी हो, तो उसे तरह-तरह की बातें सुननी पड़ती हैं. कुछ लोग तो इसे ‘अश्लील’ भी कहते हैं. और जब दबाव बढ़ता है, तो रिश्ता झेल नहीं पाता.