Usha Arghya Time 2025: आज उगते सूर्य को अर्घ्य, जानिए आपके शहर में सूर्योदय का टाइम
TV9 Bharatvarsh October 28, 2025 02:42 PM

Chhath Usha Arag time 2025: चार दिवसीय छठ पर्व का समापन चौथे दिन उषा अर्घ्य के साथ होता है. इसके बाद 36 घंटे का कठिन निर्जला उपवास खोला जाता है, जिसे पारण कहते हैं. छठ व्रत का पारण की विधि नियमों के अनुसार किया जाता है. आज छठ पूजा का आखिरी यानी चौथा दिन है. इस दिन सभी व्रती सुबह में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं, जिसके लिए वे सूर्योदय से पहले घाट पर पहुंच जाते हैं. छठ पूजा में उदीयमान सूर्य को जल अर्पण करने का विशेष महत्व माना गया है, क्योंकि इससे सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.

उषा अर्घ्य शुभ मुहूर्त 2025 (Usha Arghya Chhath time 2025)

छठ पूजा का उषा अर्घ्य आज 28 अक्टूबर, मंगलवार के दिन किया जाएगा. पंचाग के मुताबिक, 28 अक्टूबर को सूर्योदय का समय सुबह लगभग 06 बजकर 30 मिनट है. वहीं, उषा अर्घ्य का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 37 मिनट तक रहेगा. इसके बाद छठ व्रत पारण का मुहूर्त सुबह 11 बजकर 14 मिनट तक किया जा सकेगा.

  • उषा अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त – सुबह 6:28 से लेकर 6:45 बजे तक.
  • 28 अक्टूबर 2025 सूर्योदय का समय (28 october suryoday ka samay)

    28 अक्टूबर को सूर्योदय का टाइम हर शहर में अलग-अलग हो सकता है. चलिए आपको बताते हैं आपके शहर में सूर्योदय का टाइम क्या है.

    शहर सूर्योदय टाइम
    पटना सुबह 5:55 मिनट पर
    दिल्ली सुबह 6:30 मिनट पर
    नोएडा सुबह 6:30 मिनट पर
    मुंबई सुबह 6:37 मिनट पर
    लखनऊ सुबह 6:13 मिनट पर
    गोरखपुर सुबह 6:03 मिनट पर
    आगरा सुबह 6:25 मिनट पर
    गाजियाबाद सुबह 6:29 मिनट पर
    मेरठ सुबह 6:28 मिनट पर
    रांची सुबह 5:51 मिनट पर
    प्रयागराज सुबह 6:8 मिनट पर
    देवघर सुबह 5:47 मिनट पर
    इंदौर सुबह 6:29 मिनट पर
    चैन्नई सुबह 6:10 मिनट पर
    बेंगलुरु सुबह 6:12 मिनट पर
    कोलकाता सुबह 5:38 मिनट पर

    छठ पूजा में उषा अर्घ्य कैसे दें? (Usha arghya kaise dein)
    • छठ पूजा के आखिरी दिन उषा अर्घ्य देने के लिए सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें.
    • फिर सूर्योदय से पहले ही अपनी सामग्री के साथ घाट पर पहुंच जाएं.
    • उषा अर्घ्य देने के लिए जल में चंदन, सिंदूर, लाल फूल आदि मिलाएं.
    • इसके बाद घाट पर पानी में खड़े हो जाएं और इस दौरान चप्पल न पहनें.
    • सूर्य की किरण दिखते ही सूर्य देव को धीरे-धीरे जल अर्पित करें.
    • जल देते समय हाथ खुद से थोड़ा आगे रखें, जिससे पैरों में पानी न गिरे.
    • सूर्य देव को उषा अर्घ्य देते समय ॐ सूर्याय नमः या ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र जपें.
    • इसके बाद सूर्य देव की तीन बार परिक्रमा करें.
    • अर्घ्य देने के बाद पूजा में चढ़ाए गए प्रसाद से ही व्रत का पारण करें.
    • छठी माता को चढ़ाए गए प्रसाद जैसे ठेकुआ आदि को खुद भी ग्रहण करें और लोगों में बांटें.

    (Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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