बिहार चुनाव जैसे-जैसे निकट आ रहा है सियासी बयानबाजी भी तेज होती जा रही है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को गोपालगंज जिले के छोटका सांखे में आयोजित एक जनसभा में आरजेडी और महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा।
ओवैसी ने बोला कि बिहार में सामाजिक इन्साफ की बात तो बहुत होती है, लेकिन हकीकत कुछ और है। उन्होंने कहा, “बिहार में मल्लाह समाज की जनसंख्या 3 प्रतिशत है। उसका बेटा डिप्टी मुख्यमंत्री का कैंडिडेट बनाया जाता है। 14 प्रतिशत जनसंख्या वाले समाज का बेटा मुख्यमंत्री बनता है। लेकिन 17 प्रतिशत जनसंख्या वाले मुसलमानों को न मुख्यमंत्री बनने दिया जाता है और न डिप्टी मुख्यमंत्री बनने दिया जाता है। ये सामाजिक इन्साफ नहीं बल्कि सियासी भेदभाव है।”
लालू का ध्यान केवल बेटे पर…।
सभा में ओवैसी ने सीएम नीतीश कुमार, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पीएम मोदी पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार 20 वर्ष से सत्ता में हैं, लेकिन उनका दिल आज भी राजगीर में धड़कता है। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने 15 वर्ष तक राज किया, लेकिन उनका ध्यान केवल अपने बेटे तेजस्वी पर है। वहीं पीएम मोदी का दिल अहमदाबाद में बसता है। कोई भी मुसलमानों के अधिकारों की बात नहीं करता।”
आखिर कब तक…
ओवैसी ने बोला कि जब वे मुसलमानों की बात करते हैं तो उन्हें बीजेपी की “बी-टीम” कह दिया जाता है। उन्होंने प्रश्न उठाया कि आखिर कब तक आरजेडी मुसलमानों को बीजेपी के नाम पर डराती रहेगी। सभा के अंत में ओवैसी ने लोगों से अपील की कि गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र से एआईएमआईएम उम्मीदवार अनस सलाम को जिताएं, ताकि अल्पसंख्यकों की आवाज विधानसभा में मजबूती से उठ सके।
ओवैसी की सभा
जानकारी के अनुसार ओवैसी की आज बिहार के तीन जिलों — गोपालगंज, मोतिहारी (ढाका) और सीवान में जनसभाएं करेंगे। इन रैलियों के जरिए ओवैसी बिहार में एआईएमआईएम के लिए नया जनाधार बनाने की प्रयास में जुटे हैं।