सर्दियों में भी हरी-भरी रहेगी तुलसी…ऐसे करें देखभाल, ये एक काम करना न भूलें
TV9 Bharatvarsh October 31, 2025 08:42 PM

तुलसी एक ऐसा पौधा है जो न सिर्फ पूजनीय माना जाता है, बल्कि आयुर्वेद में भी इसे औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है. यही वजह है कि इससे कई तरह के नुस्खे बनाए जाते हैं जो जुकाम-खांसी जैसी कई समस्याओं में काफी फायदेमंद होते हैं. इसके अलावा तुलसी आपकी त्वचा के लिए भी फायदा करती है, इसलिए ज्यादातर घरों में तुलसी का पौधा लगा होता है. सर्दियों में ये आपको सेहतमंद बनाए रखने के लिए एक बेहतरीन प्लांट है, लेकिन इस मौसम में तुलसी का पौधा खराब होने लगता है. दरअसल ये पौधा बहुत ज्यादा ठंड की मार नहीं सह पाता है, लेकिन सही से देखभाल की जाए तो सर्दियों में भी तुलसी को हरा-भरा रखा जा सकता है. इस आर्टिकल में जानेंगे ऐसे ही 5 सिंपल टिप्स के बारे में.

तुलसी की चाय जुकाम-खांसी से राहत दिलाती है तो वहीं तुलसी के सिर्फ 2-3 पत्ते अगर सुबह गुनगुने पानी से रोजाना निगल लें तो इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है और आप कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स से बच सकते हैं. तुलसी की पत्तियों का पेस्ट चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बे, पिंपल्स कम होते हैं. इस तरह से तुलसी आपके काफी काम आती है. तो चलिए जान लेते हैं कि सर्दियों में तुलसी को सूखने से कैसे बचाएं.

सीमित मात्रा में दे पानी

सर्दियों में धूप बहुत ज्यादा नहीं निकलती है, इसलिए पौधे में सीमित मात्रा में पानी डालना चाहिए. रोजाना की बजाय आप विंटर सीजन में हफ्ते में दो से तीन दिन तुलसी के पौधे में पानी दे सकते हैं. इसके साथ ही पानी की निकासी का भी ध्यान रखें. बीच-बीच में मिट्टी को थोड़ा सा उलटते-पलटते रहें.

छंटाई करना बेहद जरूरी

सर्दियों में तुलसी के पौधे की छंटाई करना बेहद जरूरी होता है. इसमें न सिर्फ पीले पत्ते तुरंत हटा देने चाहिए, बल्कि पौधे पर आने वाली मंजरी को भी हटाते रहें. इससे पौधे की बाकी पत्तियां हरी रहती हैं. मंजरी या फिर तुलसी की पीली पत्तियों को आप गमले में ही डाल सकते हैं. इससे ये खाद का काम भी करेंगे और नए पौधे भी निकलने लगते हैं. आप तुलसी की मंजरी का इस्तेमाल चाय में भी कर सकते हैं.

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इन नेचुरल चीजों की दें खाद

तुलसी का पौधा सर्दियों में भी हरा-भरा रहे. इसके लिए आप इसमें खाद जरूर डालें, क्योंकि इस मौसम में कुछ पौधों की वृद्धि थोड़ी धीमी हो जाती है. नेचुरल खाद सबसे बेस्ट होती है, जैसे गोबर से बनी खाद, वर्मी कंपोस्ट. ये किसी भी नर्सरी में आसानी से मिल जाएंगी. 20 से 25 दिन के अंतराल पर पौधे में खाद डालें.

फंगल इंफेक्शन से ऐसे बचाएं

सर्दियों में तुलसी के पौधे की पत्तियों पर नमी की वजह से फंगल इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए इस दौरान
इस बात के जरूर रखें ध्यान कि समय-समय पर कीटनाशक का छिड़काव करते रहें, लेकिन केमिकल की बजाय आप नीम की खली या फिर हल्दी पाउडर का यूज करें. हल्दी डाल रहे हैं तो ध्यान रखें कि गांठ वाली हल्दी को घर पर पीसने के बाद इसे पौधे पर छिड़कें, क्योंकि मार्केट की पिसी हल्दी में कलर मिला होता है.

इस एक बात का जरूर रखें ध्यान

सर्दियों में पौधे के खराब होने का सबसे बड़ा कारण होता है, पाला यानी कोहरा. इससे पत्तियां मुरझाकर सूखने लगती हैं, इसलिए बहुत जरूरी है कि आप पौधे पर मलमल या फिर कॉटन का कपड़ा लपेट दें. इसे ऐसी जगह पर रखें जहां पर सीधी हवा न लगती हो. धूप निकलने पर 4 से 6 घंटे इसे धूप जरूर दिखाएं.

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