Gurmar Benefits : शुगर की महंगी दवाइयों को कहें अलविदा, आयुर्वेद का यह गुप्त हथियार है रामबाण इलाज

News India Live, Digital Desk: Gurmar Benefits : डायबिटीज यानी मधुमेह, आज के दौर की एक ऐसी लाइफस्टाइल बीमारी है जिसने करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है। इस बीमारी में व्यक्ति को अपने खान-पान का बहुत ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है, खासकर मीठी चीजों से तो तौबा ही करनी पड़ती है। लोग ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए जीवन भर दवाइयों का सहारा लेते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति, आयुर्वेद में एक ऐसी चमत्कारी जड़ी-बूटी का वर्णन है जिसे "शुगर का नाशक" या "मधुनाशिनी" के नाम से जाना जाता है?जी हां, हम बात कर रहे हैं गुड़मार (Gurmar) की। यह कोई फैंसी या विदेशी जड़ी-बूटी नहीं, बल्कि भारत के जंगलों में पाई जाने वाली एक बेल (लता) है, जिसकी पत्तियां डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी 'संजीवनी' से कम नहीं हैं।क्यों है यह 'शुगर की दुश्मन'?'गुड़मार' का मतलब ही है - 'गुड़ यानी मीठे को मारने वाला'। इसकी सबसे बड़ी और अनोखी खासियत यह है कि अगर आप इसकी एक-दो पत्तियों को चबा लें, तो अगले कुछ घंटों के लिए आपकी जीभ से मीठे का स्वाद महसूस करने की क्षमता ही खत्म हो जाती है। आपको चीनी भी रेत की तरह फीकी लगने लगती है!लेकिन इसका असली कमाल तो शरीर के अंदर होता है।मीठे की तलब को करता है खत्म: जैसा कि बताया गया, इसकी पत्तियों को चबाने से मीठे का स्वाद नहीं आता। इससे प्राकृतिक रूप से मीठा खाने की इच्छा या क्रेविंग (craving) कम हो जाती है, जो डायबिटीज कंट्रोल करने में पहला और सबसे जरूरी कदम है।इंसुलिन बनाने में करता है मदद: वैज्ञानिकों ने पाया है कि गुड़मार में 'जिम्नेमिक एसिड' (Gymnemic Acid) नामक एक एक्टिव कंपाउंड होता है। यह हमारे पैंक्रियाज (अग्न्याशय) की बीटा-कोशिकाओं को फिर से सक्रिय करने में मदद करता है, जो इंसुलिन बनाने का काम करती हैं। जब शरीर में प्राकृतिक रूप से इंसुलिन सही मात्रा में बनता है, तो ब्लड शुगर लेवल अपने आप कंट्रोल में रहता है।आंतों में शुगर का अवशोषण घटाता है: यह जड़ी-बूटी हमारी आंतों में भोजन से शुगर के अवशोषण (absorption) की प्रक्रिया को भी धीमा कर देती है, जिससे खाना खाने के बाद ब्लड शुगर एकदम से नहीं बढ़ता।कैसे करें इसका इस्तेमाल?गुड़मार का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है, लेकिन किसी भी तरीके को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेना बहुत जरूरी है।ताजी पत्तियां चबाएं: अगर उपलब्ध हो, तो रोज सुबह खाली पेट इसकी 2-4 ताजी पत्तियां चबाना सबसे असरदार तरीका है।गुड़मार का पाउडर: बाजार में इसका पाउडर आसानी से मिल जाता है। आधा से एक चम्मच पाउडर को खाना खाने से पहले गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं।गुड़मार का काढ़ा: इसकी सूखी पत्तियों या पाउडर को पानी में उबालकर चाय की तरह भी पिया जा सकता है।एक जरूरी चेतावनीगुड़मार एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी है। अगर आप पहले से ही डायबिटीज की दवाइयां ले रहे हैं, तो इसका सेवन बिना डॉक्टरी सलाह के बिल्कुल न करें, वरना आपका ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा कम (Hypoglycemia) भी हो सकता है, जो खतरनाक है।