राजस्थान की प्रसिद्ध सांभर झील में छह साल बाद एक बार फिर प्रवासी पक्षियों की रहस्यमयी मौतों का सिलसिला शुरू हो गया है। झील के आसपास बड़ी संख्या में मृत पक्षी पाए गए हैं, जबकि कई संक्रमित पक्षी तड़पते हुए हालत में मिले हैं। इनकी हालत इतनी गंभीर है कि वे उड़ भी नहीं पा रहे। वन विभाग और पक्षी संरक्षण टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है।
2019 की घटना की याद ताजा
गौरतलब है कि 2019 में सांभर झील में करीब 20 हजार प्रवासी पक्षियों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया था। अब एक बार फिर से इसी तरह की स्थिति बनती दिख रही है। प्राथमिक जांच में संभावित संक्रमण या जल गुणवत्ता में गिरावट को मौतों का कारण माना जा रहा है।
रेस्क्यू और सैंपल कलेक्शन जारी
वन विभाग की टीमों ने झील क्षेत्र में रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है। अब तक दर्जनों पक्षियों को बचाकर उपचार केंद्र भेजा गया है। वहीं, मृत पक्षियों के सैंपल एकत्र कर जयपुर की पशु रोग जांच प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सटीक कारण स्पष्ट होगा।
स्थानीय लोगों ने दी सूचना
झील के आसपास रहने वाले ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह झील किनारे बड़ी संख्या में मृत और बीमार पक्षी देखे तो तुरंत वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही वन अधिकारी, पशु चिकित्सक और स्वयंसेवक मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मृत पक्षियों में ग्रेटर फ्लेमिंगो, कॉमन टील, नॉर्दर्न शोवेलर और रेडशैंक जैसी प्रवासी प्रजातियां शामिल हैं।
संभावित कारण: संक्रमण या जल प्रदूषण
विशेषज्ञों के अनुसार, झील में मौजूद खारे पानी की रासायनिक संरचना में बदलाव, या एवियन बॉटुलिज्म (पक्षी संक्रमण) जैसी बीमारियां इन मौतों के पीछे हो सकती हैं। झील का पानी कई जगहों पर सूखने से कीचड़युक्त और प्रदूषित हो गया है, जो पक्षियों के लिए हानिकारक साबित हो रहा है।
प्रशासन ने निगरानी बढ़ाई
जिला प्रशासन ने सांभर झील के चारों ओर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मृत पक्षियों को वैज्ञानिक तरीके से नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि संक्रमण आगे न फैले।
पक्षी प्रेमियों में चिंता
पक्षी संरक्षण संगठनों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो यह घटना 2019 जैसी बड़ी पर्यावरणीय त्रासदी का रूप ले सकती है।