अक्सर लोग छोटी-छोटी बातें भूलने को सामान्य समझ लेते हैं, लेकिन क्या यह सिर्फ उम्र के साथ होने वाली भूल है या अल्जाइमर जैसी गंभीर स्थिति का संकेत? न्यूरोलॉजिस्ट और स्मृति विशेषज्ञों के अनुसार, शुरुआती पहचान ही इस बीमारी के उपचार और नियंत्रण में अहम भूमिका निभाती है।
सामान्य भूल बनाम अल्जाइमर
सामान्य भूल: कभी-कभी नाम, तारीख या जगह भूल जाना। हल्की भूल आमतौर पर तनाव, नींद की कमी या व्यस्त दिनचर्या की वजह से होती है।
अल्जाइमर की शुरुआती भूल: रोजमर्रा की सामान्य बातें लगातार भूलना, हाल ही की घटनाओं को याद न कर पाना, बातचीत में बार-बार वही सवाल करना, या घर और रास्ते की पहचान में कठिनाई।
न्यूरोलॉजिस्ट, कहती हैं, “अगर भूलने की आदत दैनिक जीवन पर असर डालने लगे, जैसे काम पर ध्यान न लगना या परिचित लोगों को पहचानने में कठिनाई, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह अल्जाइमर की शुरुआती चेतावनी हो सकती है।”
शुरुआती पहचान के संकेत
नियमित चीजें भूलना: जैसे किसी नजदीकी का जन्मदिन, पासवर्ड या हाल की बातचीत।
रूटीन में गड़बड़ी: रोजमर्रा के काम जैसे खाना बनाना या बिल भरना भूल जाना।
मनोवैज्ञानिक बदलाव: मूड में अचानक बदलाव, चिंता, या उदासी।
भटकाव और भ्रम: परिचित स्थानों पर खो जाना या दिशा पहचान में कठिनाई।
डॉक्टर की सलाह
नियमित मेमोरी टेस्ट और न्यूरोलॉजिकल चेकअप कराएं।
स्मृति को मजबूत करने वाले अभ्यास, जैसे क्रॉसवर्ड, पहेलियां और ध्यान, मददगार हो सकते हैं।
संतुलित आहार: ओमेगा-3 फैटी एसिड, हरी सब्जियां, फल और नट्स स्मृति के लिए फायदेमंद हैं।
शारीरिक गतिविधि: नियमित व्यायाम और चलना मस्तिष्क के रक्त प्रवाह को बढ़ाकर याददाश्त मजबूत करता है।
जीवनशैली और सावधानियां
पर्याप्त नींद लें, तनाव कम करें और सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहें।
शराब, धूम्रपान और अत्यधिक कैफीन से बचें।
किसी भी नई भूल या मानसिक बदलाव को डॉक्टर के साथ साझा करें, ताकि समय रहते सही मार्गदर्शन मिल सके।
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