राजस्थान में आतंकी टेरर मॉड्यूल से जुड़े मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस की जांच में सामने आया है कि सांचौर से गिरफ़्तार किया गया मौलवी ओसामा लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी के संपर्क में था। जांच एजेंसियों को अंदेशा है कि वह आतंकी संगठन के निर्देशों पर कई गतिविधियों में शामिल था और भविष्य में उसे अफगानिस्तान में ट्रेनिंग दिलाने की तैयारी भी चल रही थी।
ATS ने सांचौर से किया था गिरफ्तारराजस्थान ATS ने कुछ दिन पहले ओसामा को सांचौर से गिरफ्तार किया था। शुरुआती पूछताछ में कई संदिग्ध जानकारियां सामने आईं, जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया गया था। एटीएस टीम लगातार उससे पूछताछ कर नेटवर्क और संपर्कों की जानकारी जुटा रही है।
मोबाइल में मिला कट्टरपंथी कंटेंटजांच के दौरान एटीएस ने ओसामा के मोबाइल फोन को फॉरेंसिक परीक्षण के लिए भेजा था। अब एफएसएल रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। मोबाइल फोन में कट्टरपंथ और उग्र विचारधारा से जुड़े 3 लाख से अधिक फोटो व डिजिटल सामग्री मिली है। बताया जा रहा है कि इनमें आतंकी गतिविधियों, हथियारों, उग्र प्रचार सामग्री और प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े चित्र शामिल हैं। यह भी जानकारी सामने आई है कि मौलवी सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म के जरिए संदिग्ध तत्वों के संपर्क में था। जांच एजेंसियां अब उसके विदेशी संपर्क, फंडिंग और नापाक योजनाओं की पड़ताल कर रही हैं।
अफगानिस्तान में मिलनी थी ट्रेनिंगएटीएस सूत्रों के अनुसार, मौलवी ओसामा को आगे चलकर अफगानिस्तान में ट्रेनिंग दिलाने की भी योजना थी। यह जानकारी उसके डिजिटल चैट, कॉल डिटेल और नेटवर्क मैपिंग से सामने आई है।
जांच तेज, कई पहलुओं की पड़तालएटीएस अब इस बात की जांच कर रही है कि वह राजस्थान में किन लोगों के संपर्क में था, किस उद्देश्य से कट्टरपंथी सामग्री इकट्ठा कर रहा था, और क्या वह किसी बड़ी आतंकी साजिश का हिस्सा था। प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और एटीएस इस नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने के लिए गहन जांच कर रही है।