आजकल कई लोग नसों की कमजोरी, झनझनाहट और मांसपेशियों में कमजोरी जैसी समस्याओं से परेशान हैं। अक्सर थकान, नींद की कमी या पोषण की कमी इसे बढ़ा देती है।
लेकिन एक प्राकृतिक उपाय है—यह खास जूस, जो नसों और मांसपेशियों दोनों को ताकत देता है और शरीर को एनर्जी से भरता है।
इस लेख में जानें कौन से फल और सब्ज़ियाँ इसमें शामिल हैं, इसके फायदे और इसे कैसे रोज़मर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करें
नसों और मांसपेशियों के लिए जरूरी पोषक तत्व
विटामिन B12 – नसों की हेल्थ और मांसपेशियों की ताकत के लिए
विटामिन D – मांसपेशियों को मजबूत करता है
मैग्नीशियम और पोटेशियम – नसों और मांसपेशियों की कार्यक्षमता बनाए रखते हैं
प्रोटीन – मांसपेशियों के निर्माण और मजबूती के लिए
जूस के मुख्य घटक और उनके फायदे
1. पालक
मैग्नीशियम का उत्कृष्ट स्रोत
नसों को मजबूत बनाता है और मांसपेशियों की ऐंठन कम करता है
2. गाजर
विटामिन A और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर
नसों की सुरक्षा करता है और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है
3. चुकंदर (Beetroot)
रक्त प्रवाह बेहतर बनाता है
मांसपेशियों में थकान कम करता है और ताकत बढ़ाता है
4. केला
पोटेशियम का प्रमुख स्रोत
मांसपेशियों की कमजोरी और ऐंठन को कम करता है
5. दूध या दही (ऐच्छिक)
प्रोटीन और कैल्शियम प्रदान करता है
मांसपेशियों को मजबूत बनाता है
नसों और मांसपेशियों के लिए सुपर जूस की रेसिपी
सामग्री:
1 कप पालक के पत्ते
1 गाजर
1 छोटा चुकंदर
1 केला
1/2 कप दूध या दही
1 छोटा चम्मच शहद (स्वाद अनुसार)
तरीका:
सेवन की विधि:
रोज़ाना 1 गिलास
सुबह खाली पेट या दोपहर में स्नैक के रूप में
जूस के नियमित सेवन से होने वाले फायदे
नसों की कमजोरी कम होती है
मांसपेशियों में ताकत और लचीलापन बढ़ता है
थकान और झनझनाहट में कमी आती है
ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है
ऊर्जा और इम्यूनिटी बढ़ती है
महत्वपूर्ण सावधानियां
यदि किसी भी सामग्री से एलर्जी है तो उसका उपयोग न करें
डायबिटीज या ब्लड प्रेशर के मरीज डॉक्टर की सलाह से खाएं
ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस या असहजता हो सकती है
नसों की कमजोरी और मांसपेशियों की कमजोरी सिर्फ उम्र या थकान का परिणाम नहीं होती।
संतुलित पोषण और यह सुपर जूस इसे दूर करने में बेहद कारगर है। रोज़ाना सेवन से नसें मजबूत होंगी, मांसपेशियों में ताकत आएगी और शरीर अधिक एनर्जेटिक महसूस होगा।