News India Live, Digital Desk : बॉलीवुड में किसी भी नए चेहरे के लिए अपनी पहली फिल्म बेहद ख़ास होती है। कई सपनों और उम्मीदों के साथ एक एक्टर अपनी पहली पारी शुरू करता है, खासकर जब आप फिल्मी परिवार से आते हों। संजय कपूर की बेटी और सोनम कपूर की बहन, शनाया कपूर ने भी ऐसी ही उम्मीदों के साथ अपनी पहली फिल्म 'आँखों की गुस्ताख़ियाँ' (Aankhon Ki Gustaakhiyan) के साथ बड़े परदे पर कदम रखा था। लेकिन अफ़सोस, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं दिखा पाई, जिसकी वजह से शनाया के फैंस थोड़े निराश थे। अब इस बॉक्स ऑफिस निराशा को लेकर शनाया कपूर ने खुलकर अपनी बात रखी है।किसी भी एक्टर के लिए अपनी पहली फिल्म को सफल देखना बहुत ज़रूरी होता है, पर कभी-कभी किस्मत साथ नहीं देती। शनाया ने बताया कि 'आँखों की गुस्ताख़ियाँ' की असफलता उनके लिए एक बड़ा सबक थी, लेकिन वह इस बात से संतुष्ट हैं कि उन्होंने अपना शत-प्रतिशत दिया। उन्होंने कहा, "जब बात मेरी पहली फिल्म 'आँखों की गुस्ताख़ियाँ' की आती है, तो मैं कह सकती हूँ कि मैंने इसमें अपना सब कुछ लगा दिया था। मैंने हर शॉट, हर सीन पर पूरी ईमानदारी से काम किया। बॉक्स ऑफिस का नतीजा शायद मेरी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा, लेकिन मैं इस बात से खुश हूँ कि एक कलाकार के तौर पर मैंने पूरी लगन से मेहनत की थी।"फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करना एक स्टार किड के लिए अक्सर आसान समझा जाता है, लेकिन चुनौतियां सबके सामने आती हैं। शनाया ने महसूस किया कि सिर्फ अच्छा प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि फिल्म के लिए दर्शकों को खींचना भी उतना ही ज़रूरी होता है। उनके लिए यह एक सीखने वाला अनुभव था कि अच्छी एक्टिंग के साथ-साथ सही स्क्रिप्ट, निर्देशन और प्रचार भी किसी फिल्म की सफलता में बड़ी भूमिका निभाते हैं। यह फिल्म भले ही उनकी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी हो, पर शनाया कपूर ने इस अनुभव से काफी कुछ सीखा और आगे बढ़ने की ठान ली है। वह अपने अगले प्रोजेक्ट्स के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और दर्शकों का दिल जीतने के लिए नई ऊर्जा के साथ मेहनत करने में जुटी हुई हैं।आगे क्या होगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन एक बात साफ है कि शनाया कपूर हार मानने वालों में से नहीं हैं। उन्होंने अपनी पहली असफलता से सीख ली है और उम्मीद है कि उनकी आने वाली बॉलीवुड फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कमाल करेंगी।