यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने बोला कि उन्होंने रविवार को पूर्वोत्तर यूक्रेनी क्षेत्र सुमी का दौरा करने के दौरान अपने मंत्रालय को औपचारिक रूप से यूएन और आईसीआरसी को कुर्स्क क्षेत्र में काम करने के लिए आमंत्रित करने का निर्देश दिया था. मंत्रालय ने पुष्टि की कि उसने निवेदन जारी किए हैं. सुमी की यात्रा के बाद सिबिहा ने एक्स पर कहा, “यूक्रेन उनके काम को सुविधाजनक बनाने और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने के लिए तैयार है,” जहां से यूक्रेनी बलों ने क्रॉस-बॉर्डर धावा प्रारम्भ किया था. उन्होंने बोला कि यूक्रेनी सेना कुर्स्क क्षेत्र में नागरिकों को मानवीय सहायता और सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित कर रही है.
यूक्रेन के विदेश मंत्रालयकी तरफ से बोला गया है कि उसने आईसीआरसी से जिनेवा कनवेंशन के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के सिद्धांतों के साथ यूक्रेन के अनुपालन की नज़र करने के लिए बोला है, जो अंतर्राष्ट्रीय सशस्त्र संघर्षों के पीड़ितों की सुरक्षा को कवर करते हैं. फिलहाल, यह अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि संयुक्त देश या आईसीआरसी ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है.
इस बीच कुर्स्क क्षेत्र में मानवीय प्रयासों में शामिल होने के लिए यूएन और आईसीआरसी को यूक्रेन की पेशकश पर क्रेमलिन की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. रूस की तरफ से बोला गया है कि यह इस बात को दर्शाता है कि जनता और उनकी मानवीय जरूरतों के प्रति उपेक्षा की जा रही है.
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS ने क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव के हवाले से बोला कि इस तरह के बयान “भड़काऊ” हैं. उन्होंने साफ किया कि मॉस्को, जिसने 2022 में यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण प्रारम्भ किया था, को आशा थी कि संयुक्त देश और आईसीआरसी निमंत्रण स्वीकार नहीं करेंगे. RIA समाचार एजेंसी ने सोमवार को कहा कि ICRC की अध्यक्ष मिरजाना स्पोलजारिक मॉस्को की यात्रा पर आई थीं और उन्होंने विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिलने की योजना बनाई थी.