बड़वानी-इटारसी समेत कई शहरों में गुरुवार को बारिश हुई.
मध्यप्रदेश में अगले 3 दिन तक तेज बारिश का अनुमान नहीं है. इसका कारण लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) और मानसून ट्रफ की वजह से सक्रिय स्ट्रॉन्ग सिस्टम का कमजोर होना है. हालांकि, 23 सितंबर से एक और सिस्टम सक्रिय हो रहा है. जिसके कारण प्रदेश के पूर्व
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को प्रदेश में कहीं भी तेज बारिश होने का अनुमान नहीं है. आसमान साफ रहेगा और धूप निकलेगी. यदि कहीं लोकल सिस्टम सक्रिय होता है तो दोपहर बाद मामूली बारिश हो सकती है.
अगले 24 घंटे मऊगंज, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, पांढुर्णा, बुरहानपुर, खरगोन में मामूली बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी. दूसरी ओर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में धूप खिलेगी.
बैतूल में बूंदाबांदी, बाकी स्थान धूप-छांव
मध्यप्रदेश में गुरुवार को बारिश का दौर थम गया. बैतूल में जरूर मामूली बूंदाबांदी हुई. सिस्टम की एक्टिविटी नहीं होने से कई जिलों में दिन में गर्मी का असर बढ़ गया. उज्जैन में अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री और नरसिंहपुर में 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नौगांव, रीवा, सागर, सिवनी, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया, मलाजखंड, भोपाल, धार, गुना, नर्मदापुरम, इंदौर, खंडवा, खरगोन, रतलाम में तापमान 30 डिग्री या इससे अधिक रहा.
गुरुवार को प्रदेश में ऐसा रहा मौसम…
जबलपुर के बरगी डैम के 9 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया.
शिवपुरी में अटल सागर बांध के दो गेट खोलकर पानी छोड़ा गया.
गया.
इसलिए ऐसा मौसम
मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने कहा कि लो प्रेशर एरिया और मानसून ट्रफ कमजोर हो गए हैं. इस वजह से अगले 3 दिन तेज बारिश का दौर नहीं रहेगा. 23 सितंबर से नया सिस्टम बनने से फिर बारिश होगी.
जबलपुर का बरगी, शिवपुरी का अटल सागर डैम छलका
गुरुवार को जबलपुर के बरगी और शिवपुरी के अटल सागर डैम से पानी छोड़ा गया. टीकमगढ़ का वैसली जलाशय और भोपाल का केरवा डैम भी फुल टैंक लेवल को क्रॉस कर गया.
भोपाल के पास कोलार डैम भी फुल हो गया. वहीं, कलियासोत और भदभदा डैम में पानी का लेवल बढ़ा. इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, तवा, मोहनपुरा, हलाली, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई बांधों में भी पानी का लेवल बढ़ गया.
मंडला में 57 इंच से अधिक बारिश
जबलपुर संभाग का मंडला जिला सबसे अधिक बारिश वाले जिलों में अव्वल है. यहां 57.1 इंच पानी गिर चुका है. सिवनी में 54.1 इंच, श्योपुर में 51.9 इंच, भोपाल, निवाड़ी और सागर में 50 इंच से अधिक बारिश हुई है. श्योपुर में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई है. सबसे अधिक बारिश वाले टॉप-10 जिलों में सीधी, राजगढ़, डिंडौरी, रायसेन और छिंदवाड़ा जिले भी शामिल हैं.