मंगलवार को गुहला में चुनाव प्रचार करने आए पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ गांव के ही एक इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी को सवाल-जवाब करना उस समय भारी पड़ गया जब बहस के अगले ही दिन इस पुरुष और उसके भतीजे पर जानलेवा धावा हो गया. घायल हुए दोनों युवकों को तुरंत गुहला हॉस्पिटल पहुंचाया गया जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए डाक्टरों ने उन्हें कैथल रेफर कर दिया.
पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला गुहला प्रत्याशी कृष्ण बाजीगर के पक्ष में चुनाव प्रचार करने मंगलवार को गांव हरिगढ़ किंगन में आए थे. कार्यक्रम के दौरान जब दुष्यंत चौटाला सभा को संबोधित करने के लिए उठे तो गांव के ही कबड्डी खिलाड़ी काला हरिगढ़ और उसके साथी दुष्यंत चौटाला से बहस करने लगे. बहस के दौरान काला ने इल्जाम लगाया कि दुष्यंत चौटाला ने गवर्नमेंट में रहते हुए कबड्डी खिलाड़ियों के लिए कुछ नहीं किया. काला ने दुष्यंत से बोला कि सहायता मांगने वे चंडीगढ़ में उनसे मिलने गए थे लेकिन वहां पर खिलाड़ियों से सीधे मुंह बात न कर उन्हें खेल बदलने की राय दी गई थी.
घायल कबड्डी खिलाड़ी सुखचैन सिंह.
इस बहस के अगली ही रात आधा दर्जन लोगों ने काला और उसके भतीजे सुखचैन पर तेजधार हथियारों से धावा कर उन्हें घायल कर दिया. इस हमले में काला के सिर में और सुखचैन के चेहरे पर चोटें आई हैं. कैथल में उपचार के दौरान काला हरिगढ़ ने इस हमले के लिए गांव के ही रघुबीर, भरत और गुरमुख सहित तीन चार अन्य लोगों को जिम्मेवार ठहराया है. काला ने इल्जाम लगाया है भरत ने टेलीफोन कर उसे बुलाया था और वहां पर पहले से ही घात लगाए बैठे उनके साथियों ने उनके ऊपर धावा कर दिया.
इंटरनेशल कबड्डी खिलाड़ी काला हरिगढ़ और उनके भतीजे पर हुए हमले से जजपा ने पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है. जजपा के राष्ट्रीय महासचिव और डबवाली से पार्टी उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला ने एक बयान जारी कर बोला कि उन्हें जानकारी मिली है कि कबड्डी खिलाड़ी काला हरिगढ़ शराब पीकर गालियां दे रहा था और स्त्रियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहा था. यह झगड़ा उसी का रिज़ल्ट है. इस हमले का दुष्यंत चौटाला से बहस करने के मुद्दे में कुछ लेना-देना नहीं है.
”बुधवार रात को गांव हरिगढ़ में हुए झगड़े में एक तरफ जहां काला और सुखचैन को चोटें आई हैं वहीं दूसरे पक्ष के रघुबीर, भरत और गुरमुख भी घायल हुए हैं. हमले में घायल हुए काला और सुखचैन के बयान दर्ज करने पुलिस कर्मचारी आज कैथल हॉस्पिटल गए थे लेकिन उन्होंने बयान दर्ज करवाने में असमर्थता जताई है. अभी तक किसी भी पक्ष की तरफ से पुलिस के पास लिखित कम्पलेन नहीं आई है. कम्पलेन प्राप्त होते ही कार्रवाही प्रारम्भ कर दी जाएगी.”