शारदीय नवरात्रि प्रारम्भ होने वाले हैं। इसके पहले रेलवे ने भक्तों को तोहफा दिया है। शरद नवरात्रि मेले के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए जबलपुर रेल मंडल से गुजरने वाली 15 जोड़ी यात्री ट्रेन अब मैहर स्टेशन पर रुकेंगी। यह ट्रेन 5 मिनट के लिए रोकी जाएंगी, जिसे नवरात्रि के पहले दिन 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक रोका जाएगा। हालांकि यह हॉल्ट अस्थाई होगा।
जबलपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डाक्टर मधुर वर्मा ने कहा कि जबलपुर सहित महाकौशल क्षेत्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के मैहर स्टेशन आने-जाने को देखते हुए 15 जोड़ी यात्री ट्रेनों का मैहर स्टेशन पर अतिरिक्त ठहराव किया गया है। बता दें कि अभी तक ये ट्रेन मैहर स्टेशन पर नहीं रुकती थी। लिहाजा नवरात्रि पर्व को देखते हुए अब यह ट्रेन 5 मिनट के लिए मैहर स्टेशन पर रुकेंगी।
11055/11056 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस
11059/11060 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-छपरा एक्सप्रेस
12669/12670 चेन्नई-छपरा-चेन्नई एक्सप्रेस
19051/19052 वलसाड-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस
11045/11046 श्री छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनस कोल्हापुर-धनबाद एक्सप्रेस
15267/15268 रक्सौल-एलटीटी एक्सप्रेस
18201/18202 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस
11037/11038 पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस
17610 /17609 पूर्णा-पटना एक्सप्रेस
22103/22104 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-अयोध्या कैंट एक्सप्रेस
18610/18609 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-रांची एक्सप्रेस
22971/23972 बांद्रा टर्मिनस-पटना एक्सप्रेस
22131/22132 पुणे-बनारस एक्सप्रेस
15647/15648 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गुवाहाटी एक्सप्रेस
19045/19046 सूरत-छपरा एक्सप्रेस
मैहर में माता शारदा का मंदिर
मध्य प्रदेश के मैहर में मां शारदा देवी का मंदिर है। मान्यता है कि वीर आल्हा प्रत्येक दिन अदृश्य रूप से यहां पूजा करने आते हैं। मंदिर चित्रकूट पहाड़ी की चोटी पर बना है। भगवान शिव और सती का भी इस मंदिर से खास नाता है। कथा के अनुसार, जब महादेव सती के मृतशरीर को ले जा रहे थे, तब भगवान विष्णु ने सती के मृतशरीर को खंडित कर दिया था। उस दौरान मां सती का हार यहीं गिरा था। इस वजह से इस मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मैहर नाम का अर्थ ‘मां का हार’ है