ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज आज अयोध्या पहुंचे | साथ ही उन्होंने अयोध्या में गौ-ध्वज स्थापित करने की घोषणा की है। शंकराचार्य ने कहा- रामकोट की परिक्रमा करके इस ध्वज की स्थापना करेंगे। उल्लेखनीय है कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद रविवार को अयोध्या से गौ प्रतिष्ठा आंदोलन की आरंभ करेंगे। यह यात्रा 22 सितंबर से 26 अक्टूबर तक चलेगी। कल राम जन्मभूमि परिसर के निकट स्थित क्षीरेश्वर महादेव मंदिर पर अभिषेक करेंगे। इसके बाद राम मंदिर की सांस्कृतिक सीमा की परिक्रमा करेंगे और फिर अयोध्या से गौ ध्वज स्थापना का शुरुआत करेंगे।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बोला कि गौ माता की प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित करने के लिए हम आवाज उठा रहे हैं। गाय के प्रति पूरे हिंदुस्तान में एक जैसी भावना हो इसलिए हिंदुस्तान के सभी प्रदेशों में जाकर हम गौ-ध्वज स्थापित करेंगे। हिंदुस्तान में गाय की मर्डर हो रही है, जो कर रहा वो भी गुनेहगार है, गाय मर्डर पाप भी है और क्राइम भी है। ये हिंदुओं की भावनाओं पर आघात भी है, ऐसे में गौ मर्डर को रोकना चाहिए। गौ मर्डर को दंडनीय क्राइम घोषित करना चाहिए। इसी मांग के लिए पूरे राष्ट्र में हम तरह तरह के कार्यक्रम कर रहे हैं। गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के भीतर हिंदुस्तान के भिन्न-भिन्न प्रदेशों में जाएंगे। अयोध्या में 22 सितंबर को गौ ध्वज की स्थापना करेंगे इसके बाद यहीं से गौ प्रतिष्ठा हिंदुस्तान यात्रा की आरंभ होगी।
प्रभु राम से लेंगे शक्ति
शंकराचार्य ने बोला कि अयोध्या हम शक्ति प्राप्त करने के लिए आए हैं। हमारी मांग है कि गौ माता को पशुओं की सूची से हटाया जाए और गौ मर्डर बंद की जाए। केन्द्र और राज्य की सरकारें गौ माता को पशु की सूची से हटाएं। राष्ट्र में गौ मर्डर को दंडनीय क्राइम घोषित करने की उनकी मांग है। हमको शक्ति की आवश्यकता है इस वजह से हम प्रभु राम से शक्ति लेने आए हैं। राम मंदिर की चारों तरफ से परिक्रमा करेंगे। लेकिन राम मंदिर में अंदर नहीं जाएंगे। उसके बाद यहां से यात्रा को रवाना करेंगे। 38 दिनों की हमारी यह यात्रा है। इस यात्रा का समाप्ति वृंदावन में होगा