राजस्थान का सरहदी जिला जैसलमेर, जो रेतीले टीलों के नाम से जाना जाता है, अब यहां हरित क्रांति का संदेश परवान पर नजर आ रहा है। लिहाजा जैसलमेर में प्रादेशिक सेना पौधा रोपण में नया इतिहास रचने जा रही है। प्रादेशिक सेना की 128 वीं पैदल वाहिनी (इको टास्क फोर्स) ने आज रविवार को जैसलमेर में 1 घंटे में 5 लाख से अधिक पौधे लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। रेतीले धोरों के नाम से विश्व विख्यात जैसलमेर को हरा भरा बनाने के उद्देश्य से बड़े स्तर पर यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें जिला प्रशासन, सेना, बीएसएफ, एयर फोर्स, पंचायत राज वन विभाग सहित आमजन भी अपनी भागीदारी निभाता दिखा।
एक घंटे में लगाए गए 5 लाख पौधे
5 लाख पौधों को लगाने का यह कार्यक्रम जैसलमेर के मिलिट्री स्टेशन, न्यू लिंक रोड रानीसर, मोहनगढ़, सम, देगराय मंदिर देवीकोट और हमीरा में आयोजित हुआ। रविवार सुबह 11:00 बजे से प्रारम्भ हुआ ये कार्यक्रम 12:00 बजे तक चला। जिसमें जैसलमेर जिला कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी, जिला प्रमुख प्रताप सिंह सोलंकी, BSF नार्थ सेक्टर के DIG योगेंद्रसिंह राठौड़ सहित प्रशासनिक ऑफिसरों के साथ ही जैसलमेर की जनता ने भी इस वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की मुहिम में अपनी भागीदारी निभाई और सभी ने पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
पहले 3 लाख 31 हजार पौधे लगाने का था रिकॉर्ड
वहीं, इस मुहिम में सरहद की रखवाली करने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवान बीते लंबे समय से इसमें अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। बता दें कि पिछला विश्व रिकॉर्ड 1 घंटे में 3 लाख 31 हजार पौधे लगाने का है। वहीं, इस बार अब 5 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। पौधे लगाने के बाद इस रिकॉर्ड को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भेज कर दर्ज करवाया जाएगा। विश्व पटल पर जहां जैसलमेर पर्यटन के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखता है। वहीं, जैसलमेर आने वाला हर कोई पर्यटक गड़ीसर को निहारने की ख़्वाहिश रखता है। ऐसे में गड़ीसर आगोर में भी पौधरोपण का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
वन विभाग से खरीदे गए करीब डेढ़ लाख पौधे
इस दौरान वहां 1 लाख 80 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य था। जिसमें बीएसएफ, एयर फोर्स, जिला प्रशासन के साथ ही जैसलमेर शहर के वाशिंदों ने भी भाग लिया और करीब 5000 लोगों ने इस रिकॉर्ड को पूरा करने में अपनी भागीदारी निभाई। जिससे कि भविष्य में यह क्षेत्र ऑक्सीजन जॉन की तरह काम कर सके। वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए ईटीएफ (इको टास्क फोर्स) ने इस बार 5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था। जिसके लिए ईटीएफ ने साढ़े तीन लाख से अधिक पौधे स्वयं तैयार किए। वहीं, डेढ़ लाख के करीब पौधे उन्होंने वन विभाग से निर्धारित रेट पर खरीदे