धरने में शामिल हुए किसान, छात्रों ने जताया विरोध
Krati Kashyap September 23, 2024 02:27 PM

बाड़मेर जिले के भूरटिया गांव में विद्यालय और हॉस्पिटल जाने वाला रास्ता सोमवार को बंद कर दिया. वहां गेट लगा दिया गया. विद्यालय जाने वाले विद्यार्थियों विरोध में वहीं बैठ गए और किताबें खोल ली. ग्रामीण भी धरने में शामिल हो गए. बाद में पुलिस ने पहुंचकर सहमति बनवाई औ

जानकारी के अनुसार- जगसिंह पुरा गांव के बच्चों और ग्रामीणों के लिए ग्राम पंचायत भूरटिया जाने का एक ही रास्ता है. खेत मालिक ने पहले वाहनों के लिए रास्ता बंद किया. अब पैदल जाने वालों के लिए गेट और ताला लगाकर रास्ता बंद कर दिया. दो घंटे तक चले धरने के बाद पुलिस प्रशासन पहुंचा, समझाइश कर रास्ता खुलवाया.

इसके बाद सरपंच और पूर्व सरपंच सहित जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे. खेत मालिक को समझाया. जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाया. खेत मालिक को बोला कि रास्ता लॉक नहीं करें. दो घंटे बाद रास्ता खोल दिया गया.

स्थानीय ग्रामीण माधाराम ने बताया- सदियों पुराना है. खेत मालिक ने बंद कर दिया. इससे बच्चों और हम लोगों को आना बंद हो गया. अब घर और खेत से जाने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं है. बच्चे विद्यालय नहीं जा सकते है, हॉस्पिटल और अन्य सारी सुविधाएं ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जाना दुश्वार हो गया है. सोमवार को विद्यालय जाने वाले बच्चों को रास्ता बंद मिला तो वहीं किताबें खोलकर पढ़ने लगे. ग्रामीण भी जुट गए. रास्ता बंद होने पर बच्चे गेट के आगे बैठ गए.

छात्र स्वरूप ने बताया- आने-जाने का रास्ता गेट पर ताला लगाकर बंद कर दिया. पहले गाड़ियां चल रही थी, तब बाइक और पैदल आने-जाने वालों की रास्ता खुला था. अब एकदम रास्ता बंद कर दिया है. रास्ता 30 वर्षों से पूरा रास्ता है.

रोशनी का बोलना – सुबह करीब 7 बजे विद्यालय जा रहे थे. लेकिन रास्त बंद होने के कारण जा नहीं पाए. गेट के आगे ही बैठ गए. मेरे घर से करीब 3 किलोमीटर विद्यालय दूर है.

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