अयोध्या के आस्तिक मुनि आश्रम पर किसानों का प्रदर्शन, बोले…
Garima Singh September 24, 2024 12:27 AM

अयोध्या में छुट्टा मवेशियों की परेशानी से जूझ रहे किसानों ने आस्तिक मुनि आश्रम पर धरना प्रदर्शन प्रारम्भ कर दिया है. किसानों का इल्जाम है कि प्रशासन द्वारा छुट्टा मवेशियों को पकड़ने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं औ

मिल्कीपुर क्षेत्र के पौराणिक स्थल आस्तिक मुनि आश्रम पर छुट्टा मवेशियों से तंग किसानों ने धरना प्रदर्शन प्रारम्भ कर दिया है. ग्राम डीह पूरे बीरबल में छुट्टा जानवरों की प्रबंध ना किए जाने से आक्रोशित किसानों का बोलना है कि आस्तिकन बाजार में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित मवेशियों को जबतक गौशालाओं में नहीं छोड़ा जाएगा, तब तक हम यहीं पर बैठे रहेंगे.

खेतों में झुंड में छुट्टा जानवर घुस जाते हैं जानकारी मिलने के बाद खंड विकास अधिकारी अखिलेश मिश्रा रेडियो आईएसबी अविनाश चतुर्वेदी तुरन्त मौके पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि दो से तीन दिन के भीतर में सभी मवेशियों को पकड़वा लिया जाएगा. आश्वासन के बाद ग्रामीण धरना प्रदर्शन को खत्म किया.

 

बताते चलें कि मिल्कीपुर विधानसभा में अगले कुछ दिनों में उपचुनाव होना है और क्षेत्र में छुट्टा पशुओं को लेकर किसानों में काफी गुस्सा भी है. धरने के दौरान किसानों ने कहा कि उन्हें पूरी रात जाग कर इन छुट्टा मवेशियों से अपनी फसलों की सुरक्षा करनी पड़ती है. यदि जरा सी आंख लग गई तो खेतों में झुंड में छुट्टा जानवर घुस जाते हैं और धान, उड़द, गन्ना आदि फसलों को चट कर जाते हैं.

यही नहीं आए दिन छुट्टा जानवरों से हादसे भी हो रहे हैं. कई किसानों की जानें जा चुकी हैं. किसानों ने कहा कि गवर्नमेंट की ओर से छुट्टा मवेशियों को पकड़ कर पशु आश्रय स्थलों पर छोड़ने का निर्देश भी है. उसके बावजूद प्रशासन नहीं पकड़वा रहा है .

इन्हीं समस्याओं को लेकर सोमवार की सुबह दस बजे से किसान आस्तिकन बाजार में सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण यादव ऊर्फ अज्जू के नेतृत्व में धरनें पर बैठ गए. प्रवीण ने कहा कि आए दिन यहां छुट्टा जानवरों से कोई ना कोई घायल हो रहा है.

 

दो बीघा उड़द जानवरों ने साफ कर दिया किसान दिन में मजदूरी करता है और रात में खेत में जाग कर रखवाली करता है. उन्होंने बोला कि जब तक गवर्नमेंट इसका निवारण नहीं करेगी भोलू बताते हैं रखवाली करने के बाद भी दो बीघा उड़द जानवरों ने साफ कर दिया. पूर्व प्रधान नकछेद बताते हैं कि शाम होते ही ये जानवर झुण्ड में सड़कों की संख्या में आ जाते हैं. जिससे रोज कोई ना कोई आश आने जाने वाले राहगीर घायल हो रहे है.

देखा जाए तो मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र में दर्जनों लोगों से अधिक किसान घायल हुए हैं कई किसानों की तो जान भी चली गई है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से रामधीरज यादव, नकछेद, राजमणि दूबे, गंगाराम रावत, मुकेश कुमार, आजाद, बृजभान, जगपता, पार्वती, यशोदा देवी, गुड्डा देवी, प्रांजल, अख्तर, शिव कला सरिता बिमला रेनू बीटन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे.

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