हिमाचल प्रदेश के चीफ जस्टिस रहे एमएस रामचंद्र राव अब झारखंड के चीफ जस्टिस होंगे. केंद्र गवर्नमेंट ने शनिवार को झारखंड उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस के रूप में उनकी अधिसूचना जारी की है. राजभवन में गवर्नर संतोष गंगवार उन्हें पद और गोपनियता की शपथ दिलाएंगे.
झारखंड में 19 दिसंबर 2023 से चीफ जस्टिस का पद रिक्त है. फिलहाल जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद अभिनय चीफ जस्टिस के रूप में काम कर रहे हैं. शपथ ग्रहण के बाद अब एमएस रामचंद्र राव जिम्मेदारी संभालेंगे.
न्याय क्षेत्र से जुड़ा है परिवार
झारखंड के नए चीफ जस्टिस का नाम ममिदान्ना सत्या रत्ना रामचंद्र राव है. इनका पूरा परिवार इन्साफ क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. इनके पिता न्यायमूर्ति एम जगन्नाथ राव उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश थे. वहीं इनके दादा आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायाधीश रहे हैं.
न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव को वर्ष 2012 में 29 जून को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में प्रोमोट किया गया था. इसके बाद साल 2021 में 31 अगस्त को वे तेलंगाना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्त हुए. झारखंड आने से पहले वह हिमाचल प्रदेश के चीफ जस्टिस की किरदार निभा रहे थे.
लॉ में गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं जस्टिस एमएस रामचंद्र राव
जस्टिस एमएस रामचंद्र राव लॉ की पढ़ाई में गोल्ड मेडिलिस्ट रहे हैं. उन्होंने वर्ष 1989 में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, उस्मानिया यूनिवर्सिटी, हैदराबाद से एलएलबी पास किया है. इस परीक्षा में सबसे अधिक अंक हासिल करने के लिए सीवीएसएस आचार्युलु गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था. लॉ करने से पहले उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से गणित में बीएससी (ऑनर्स) किया.
इसमें उन्होने टॉप किया है. बतौर एडवोकेट वर्ष 1989 में नामांकन हुआ. उन्होंने वर्ष 1991 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से एलएलएम की डिग्री प्राप्त की. न्यायमूर्ति राव के पास सिविल लॉ, मध्यस्थता, कंपनी लॉ, प्रशासनिक और कानूनी कानून, श्रम और सेवा कानून के क्षेत्र में वकालत का अनुभव है.