नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने वक्फ विधेयक को लेकर जेपीसी को बड़े पैमाने पर मिले एक जैसे सुझावों के पीछे बड़े षड्यंत्र की संभावना जाहिर की है. विश्व हिंदू परिषद ने इसकी जांच गृह मंत्रालय से करवाने की मांग की है.
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने आईएएनएस से वार्ता के दौरान जेपीसी को इतने बड़े पैमाने पर मिले एक जैसे सुझावों के पीछे एक बड़े षड्यंत्र की संभावना जाहिर करते हुए बोला कि गृह मंत्रालय को इन सुझावों के जिहादी और राष्ट्र विरोधी एंगल की जांच करनी चाहिए. उन्होंने बोला कि जेपीसी द्वारा लोगों और संगठनों के सुझाव आमंत्रित किए जाने के बाद जिस तरह से जाकिर नाइक जैसे कट्टरपंथी और विदेशी ताकतें एक्टिव हो गई थी, उसे देखते हुए इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि कहीं किसी हिंदुस्तान विरोधी टूल किट गैंग ने एआई जैसी तकनीक का इस्तेमाल करके इतने बड़े पैमाने पर सुझाव भिजवाने का काम तो नहीं किया है.
विनोद बंसल ने आगे इल्जाम लगाया कि इन फर्जी सुझावों के माध्यम से राष्ट्र विरोधी तत्व हिंदुस्तान की विधायिका के विधायी कार्यों में भी हस्तक्षेप करने का कुत्सित कोशिश कर रहे हैं. यह एक गंभीर मुद्दा है और जो लोग जिहादियों और राष्ट्र विरोधी लोगों के ट्रैप में फंसे हैं, उन्हें भी बेनकाब किया जाना चाहिए और इस तरह के फर्जी और प्रायोजित सुझावों की पहचान कर, जेपीसी को उन्हें अस्वीकृत कर देना चाहिए.
इससे पहले विनोद बंसल ने जांच और कार्रवाई की मांग करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बोला था, जेपीसी को जब सुझाव भेजे जा रहे थे उस समय जाकिर नाइक, कम्युनिस्ट, जिहादी और पाकिस्तानी एजेंट जिस प्रकार अति एक्टिव रूप से भारतीय मुसलमानों को भड़काने में लगे थे, उसी से साफ हो रहा था कि इसमें कोई ना कोई घपला होने वाला है. अब यदि इतनी बड़ी संख्या में मेल आए हैं तो एक बात तो साफ है कि ये काम किसी हिंदुस्तान विरोधी टूल किट का ही हो सकता है. जांच और कार्रवाई आवश्यक है.
बता दें कि जेपीसी के सदस्य एवं बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024 को लेकर जेपीसी को मिले 1 करोड़ 25 लाख के लगभग सुझावों की संख्या और कंटेंट पर प्रश्न उठाते हुए जेपीसी चेयरमैन जगदंबिका पाल को पत्र लिखकर गृह मंत्रालय से जांच करवाने की मांग की है. बीजेपी सांसद ने हिंदुस्तान से भागे हुए जाकिर नाइक और जमात-ए-इस्लामी एवं तालिबान सहित अन्य कट्टरपंथी संगठनों एवं व्यक्तियों की किरदार के साथ-साथ पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई और चीन की एजेंसी की भागीदारी को गंभीर चिंता का विषय भी बताया.
उन्होंने जेपीसी चेयरमैन जगदंबिका पाल से इस षड्यंत्र की गृह मंत्रालय से जांच करवाने का निवेदन करते हुए अपने पत्र में आगे लिखा कि इन सभी आशंकाओं को देखते हुए वह चेयरमैन से यह निवेदन करते है कि जेपीसी को मिले सुझावों के साधन की गहन जांच करने की अनुमति गृह मंत्रालय को दें. इस जांच में कट्टरपंथी संगठनों, जाकिर नाइक जैसे व्यक्तियों और आईएसआई एवं चीन जैसी विदेशी शक्तियों के साथ-साथ उनसे अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों की संभावित किरदार को भी शामिल किया जाना चाहिए.