सामने आया डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर 6 लाख रुपए ठगने का मामला
Krati Kashyap September 25, 2024 08:27 PM

जोधपुर मेां स्त्री चिकित्सक को डिजिटल अरेस्ट कर 6 लाख रुपए ठगने के मुद्दे में पुलिस ने दो युवकों को अरैस्ट कर लिया है. दोनों पुरुष गुड़ा विश्नोईयान के करने वाले है. यह दोनों पुरुष साइबर ठगी करने वाली गैंग को अपने खाते किराए पर देते थे. स्त्री चिकित्सक से पैस

कुड़ी भगतासनी थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पुलिस ने खावों का मोहल्ला गुडा विश्नोईयान निवासी कालूराम पुत्र हरिराम विश्नोई (31) और प्रवीण पुत्र सांवरलाल विश्नोई (22) को अरैस्ट किया है. प्राथमिक पूछताछ में दोनों ने ठगी रैकेट के साथ मिला होना और अपने खातों में पैसा ट्रांजेक्शन करना कबूल किया है. पुलिस अब इन दोनों ने स्त्री चिकित्सक से हुई ठगी के बारे में पूरी जानकारी ले रही है.

यह था मामला

आपको बता दे कि जयपुर हाल जोधपुर निवासी नम्रता माथुर पुत्री देव आनंद माथुर (31) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया- वह व्यास डेंटल कॉलेज में चिकित्सक है. 20 सितंबर की शाम को 4 बजे उनके मोबाइल पर एक वीडियो कॉल आया. कॉल करने वाले ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी और स्वयं को मुंबई अपराध ब्रांच का अधिकारी विजय कुलकर्णी कहा था. उसने डिजास्टर इन्वेस्टिगेशन के लिए एप्लीकेशन लिखवाई और एप्रुव्ड कर वापस भेजा था.

आरोपियों ने बोला कि उनके आधार कार्ड से लिंक एक खाता मुंबई की कैनरा बैंक में चल रहा है. उस खाते में गैरकानूनी गतिविधियों के लिए रुपए का लेंन-देंन हुआ है. इसको लेकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया गया है. उनके सभी डॉक्युमेंट और बैंकों के बारे में औनलाइन जांच की जाएगी.

इसके बाद ठगों ने चिकित्सक को एक PDF भेजा, जिसमें उसे डिजिटल अरेस्ट कहा गया. इसके बाद ठगों ने स्त्री चिकित्सक से उनके बैंक खातों और फिक्स डिपोजिट के बारे में जानकारी ली. पूछताछ के बाद चार लेटर भेजे, जिसमें CBI के साथ एग्रीमेंट, एसेट सीजर, अरेस्ट वारंट और मुकदमा रिपोर्ट पेपर भी थे. पीड़िता के खाते को उच्चतम न्यायालय के गोपनीय सुपरविजन खाते से जोड़ने का कहा. यह सब सरकारी कागज देखकर चिकित्सक घबरा गईं और डर कर सारी जानकारी ठगों को दे दी. ठगों ने स्त्री चिकित्सक को 21 सितंबर की दोपहर 2 बजे तक वीडियो कॉल पर रखा और 6 लाख रुपए एक खाते में आरटीजीएस करवा लिए थे.

कालू के खाते में हुआ था पैसा ट्रांजेक्शन पुलिस ने कहा कि स्त्री चिकित्सक के पैसों को कालू विश्नोई नाम के आदमी के खाते में ट्रांसफर किया गया था. कालू विश्नोई के खाते में ठगी का पैसा आते ही कुछ ही देर में पांच अगल – अलग खातों में पैसों को ट्रांसफर कर दिया गया. पुलिस इस खाते की सहायता से कालू तक पहुंची. उसके बाद उसके साथी प्रवीण को भी पुलिस ने वहीं से अरैस्ट कर लिया. प्रवीण अपने क्षेत्र में युवकों के खातों को किराए पर लेता है.

ठग रैकेट टेलीफोन पर ही देता जानकारी दोनों युवकों ने पूछताछ में कहा कि उनसे खातों को किराए पर लेने वाले ठगों को वह नहीं जानते. उन लोगों से इन दोनों की टेलीफोन पर सोशल मीडिया के अलग – अलग प्लेटफार्म से ही बात होती थी. कालू 10वीं पास है वहीं प्रवीण 12वीं पास है. ठगों ने जब उनके खातों को किराए पर लिया और उसके बदले पैसे मिलने का लालच दिया तो यह दोनों भी तैयार हो गए.

मुख्य आरोपी तक पहुंचने का प्रयास थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पुलिस ने कालू के खाते से जिन 5 खातों में पैसा ट्रांसफर किया है. उसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. इसकों लेकर उन बैंकों से सम्पर्क किया गया है. साथ ही अरैस्ट किए गए दोनों युवकों के मोबाइल और ठगों से सम्पर्क करने वाले अन्य उपकरणों की जांच की जा रही है.

क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर चिकित्सक से 6 लाख ठगे:डिजिटल अरेस्ट बताकर 24 घंटे वीडियो कॉल पर रखा; अरैस्ट करने की धमकी दी

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