Google पर हर बीमारी का इलाज हो सकता है खतरनाक, जानें क्यों?
GH News September 27, 2024 09:08 PM

आज के डिजिटल युग में गूगल सबसे बड़ा साथी बन चुका है. इसके जरिए हर छोटी बड़ी जानकारी मिनटों में हमारे सामने आ जाती है. कई लोग गूगल की मदद से बीमारियों का इलाज भी करने लगते हैं. इंटरनेट पर बहुत सारी गलत और भ्रामक जानकारी मिल सकती है. गूगल पर मिलने वाली हर जानकारी को सच मान लेना खतरनाक हो सकता है.

Cyberchondria Syndrome: आजकल, इंटरनेट हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है. हम हर छोटी से छोटी जानकारी इंटरनेट पर ढूंढते हैं. स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी इसका अपवाद नहीं है. एक छोटी सी खांसी हो या गंभीर बीमारी, हम तुरंत गूगल पर जाकर इसके बारे में सारी जानकारी ढूंढने लगते हैं.

इंटरनेट से स्वास्थ्य जानकारी लेने के फायदे

  • इंटरनेट पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी की भरमार है. आप किसी भी बीमारी के बारे में डिटेल में जानकारी कुछ ही क्लिक में प्राप्त कर सकते हैं.
  • आप ऑनलाइन फोरम और ब्लॉग्स पर दूसरे लोगों के एक्सपीरियंस पढ़ सकते हैं. इससे आपको अपनी स्थिति के बारे में बेहतर समझ विकसित करने में मदद मिल सकती है.
  • इंटरनेट पर आपको स्वास्थ्य संबंधी कई टिप्स और सलाह मिल जाएगी. जैसे कि स्वस्थ आहार, एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल के बारे में जानकारी.

इंटरनेट से स्वास्थ्य जानकारी लेने के जोखिम

  • गलत जानकारी: इंटरनेट पर उपलब्ध सभी जानकारी सही नहीं होती है. कई बार गलत या अपूर्ण जानकारी भी मिल जाती है.
  • साइबरकॉन्ड्रिया: इंटरनेट पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ढूंढते समय साइबरकॉन्ड्रिया का खतरा भी रहता है. साइबरकॉन्ड्रिया में व्यक्ति खुद ही लक्षणों के आधार पर बीमारियां ढूंढकर इलाज करना शुरू कर देता है. इससे व्यक्ति में चिंता और तनाव बढ़ सकता है.
  • सेल्फ डायग्नोसिस: इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर खुद का निदान करना खतरनाक हो सकता है. क्योंकि हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है और इंटरनेट पर दी गई जानकारी सामान्य तौर पर होती है.
  • मेडिकल एडवाइस की अनदेखी: इंटरनेट पर मिली जानकारी के आधार पर लोग कई बार डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज कर देते हैं. जो कि बहुत खतरनाक हो सकता है.

इंटरनेट से स्वास्थ्य जानकारी लेते समय सावधानी बरतने के उपाय

  • हमेशा रिलायबल रिसोर्सेज से ही स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लें. जैसे कि सरकार की हेल्थ वेबसाइट्स, रेपुटेड हॉस्पिटल्स की वेबसाइट्स और सर्टिफाइड हेल्थ प्रोफेशनल्स के ब्लॉग.
  • इंटरनेट पर मिली जानकारी के आधार पर कोई भी फैसला लेने से पहले एक डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
  • अगर आप लगातार इंटरनेट पर बीमारियों के बारे में खोज करते हैं तो यह साइबरकॉन्ड्रिया का संकेत हो सकता है. ऐसे में किसी साइकोलोजिस्ट से संपर्क करें.
  • हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है इसलिए किसी और के एक्सपीरियंस आपके लिए सही नहीं हो सकते हैं.
  • इंटरनेट पर मिली जानकारी के आधार पर खुद का इलाज न करें.
  • इंटरनेट पर मिली जानकारी के बावजूद डॉक्टर की सलाह को हमेशा मानें.
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