फर्जी तरीके से हासिल की थी नौकरी, प्रिंसिपल और फॉरेस्टर बांसवाड़ा से गिरफ्तार
aapkarajasthan September 28, 2024 02:42 AM

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, राजस्थान में कई ऐसे मामले आ चुके हैं जिसमें भारी संख्या में उम्मीदवारों ने फर्जी तरीके से नौकरी हासिल की है. कई ऐसे मामले सामने आए हैं परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बैठा कर उम्मीदवारों ने भर्ती परीक्षा पास की है. वहीं अब फर्जी तरीके से नौकरी पाने वाले कर्मचारियों को पकड़ा जा रहा है. इन मामलों में बांसवाड़ा जिला आगे निकलता जा रहा है. गुरुवार (26 सितंबर) को दो ऐसे ही मामले सामने आए. जिसमें एक वनपाल को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद एक प्रधानाध्यापक को भी गिरफ्तार किया गया है.

करणघाटी में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत

बांसवाड़ा पुलिस द्वारा लगातार डमी परीक्षार्थियों के माध्यम से सरकारी नौकरी हासिल करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. इसके तहत पुलिस ने वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड सेकंड 2018 की परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा उत्तीर्ण कर सरकारी नौकरी हासिल करने के आरोप में कुशलगढ़ पुलिस ने धाड़का निवासी राजकुमार डिंडोर को गिरफ्तार किया. आरोपी राजकुमार डिंडोर फिलहाल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय करणघाटी में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत है. इस संबंध में पुलिस उप अधीक्षक विनय चौधरी ने प्रकरण दर्ज कराया था. रिपोर्ट में बताया कि राजकुमार ने परीक्षा में अपनी जगह डमी कैंडिडेट बैठाया था.

फोटो और हस्ताक्षर में अंतर पाया गया

इसकी जांच के लिए पुलिस ने लोकसेवा आयोग अजमेर से वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड सेकंड- 2018 के प्रोविजनल ई-प्रवेश फॉर्म लगी फोटो और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त विस्तृत रिपोर्ट , विशेष मूल निवास और अन्य दस्तावेजों पर लगी फोटो का निरीक्षण किया तो फोटो अलग-अलग होना पाया गया. हस्ताक्षर में भी अंतर पाया गया. इससे स्पष्ट हुआ कि राजकुमार ने उक्त भर्ती परीक्षा में अपने स्थान पर डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा दिलवाई और परीक्षा पास की है. जांच में जुर्म प्रमाणित पाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपी राजकुमार डिंडोर को गिरफ्तार किया गया.

वनपाल को किया गया गिरफ्तार

बांसवाड़ा जिले में गुरुवार को एक और मामला सामने आया. सज्जनगढ़ प्रधान रामचंद्र डिंडोर के बेटे अरुण ने फर्जी तरीके से वनपाल की नौकरी हासिल की. उसके खिलाफ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. अरुण के वनपाल सीधी भर्ती 2020 के आवेदन पत्र, ई प्रवेश पत्र, डीटेल फॉर्म एवं अन्य दस्तावेजों में फोटो अलग-अलग व्यक्ति के प्रतीत हुए. वहीं उसके हस्ताक्षर भी अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा करने के प्रतीत हुए. इससे यह स्पष्ट हुआ कि अरुण डिंडोंर ने अपनी जगह डमी कैंडिडेट को बैठाकर परीक्षा पास की और नियुक्ति प्राप्त की है. 

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