Sawai madhopur खंडार तहसीलदार के खिलाफ एसीबी ने दर्ज किया मुकदमा
aapkarajasthan October 19, 2024 08:42 AM

सवाई माधोपुर न्यूज़ डेस्क, एसीबी सवाई माधोपुर ने खंडार तहसीलदार धमेंद्र तसेरा के खिलाफ दस लाख रुपए की रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया है। आरोपी तहसीलदार ने 82 बीघा जमीन का सीमांकन, पत्थर तराशने और नक्शा संशोधन करने की एवज में पीड़ित से दस लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिसका सत्यापन करने के बाद एसीबी ने मामला दर्ज किया है। फिलहाल एसीबी मामले की जांच कर रही है।

शक होने पर परिवादी से संपर्क बंद किया

एसीबी के एएसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा के अनुसार परिवादी आलोक पारीक 26 जुलाई 24 को एसीबी कार्यालय आया और खंडार तहसीलदार धर्मेंद्र तसेरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जब सत्यापन हुआ तो तहसीलदार खंडार ने इस काम के बदले में परिवादी से स्वयं और अन्य स्टाफ के लिए 10 लाख रुपए की मांग की और 15 दिन बाद संपर्क करने को कहा। जब परिवादी ने 15 दिन बाद तहसीलदार से संपर्क किया तो तहसीलदार ने परिवादी पर संदेह होने के कारण उससे संपर्क करना बंद कर दिया। इस पर एसीबी ने शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है।

रिश्वत के लिए बनाता रहा बहाना

जानकारी के अनुसार स्वर्गीय द्वारका प्रसाद पारीक की 82 बीघा जमीन खंडार तहसील में है। आलोक पारीक ने डेढ़ साल पहले तहसील में सीमाज्ञान, पत्थर तराशने और नक्शा संशोधन के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। परिवादी ने कई महीनों तक तहसील के चक्कर लगाए, लेकिन तहसीलदार कोई न कोई बहाना बनाकर काम नहीं कर रहा था और इशारों में पैसों के लेनदेन की बात करता था। परेशान होकर परिवादी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में भी आवेदन दिया था। सीएम कार्यालय ने संज्ञान लेते हुए तुरंत कलेक्टर सवाई माधोपुर को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इस पर कलेक्टर ने खंडार तहसीलदार को कार्रवाई कर अवगत कराने के निर्देश दिए। परिवादी ने बार-बार तहसीलदार से संपर्क किया, लेकिन तहसीलदार ने परिवादी पर काम नहीं करने का दबाव बनाया और ढाई लाख रुपए एडवांस ले लिए और तीन लाख रुपए और मांगे। इस दौरान तहसीलदार बार-बार बहाने बनाकर परिवादी को परेशान करता रहा। इस पर परिवादी ने एसीबी में शिकायत की, जिसके बाद एसीबी ने आरोपी खंडार तहसीलदार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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