उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क चौराहे की कीमती जमीन के एक टुकड़े को लेकर चल रही वर्चस्व की जंग में ग्रामप्रधान का परिवार तबाह हो गया. आज हालात देखकर लोग कह रहे हैं कि प्रधान ने जमीन के साथ परिवार की तबाही खरीदी थी. प्रधान, उसके भाई की हत्या हो गई. दो भाइयों को सीबीआई कोर्ट ने सीओ की हत्या को दोषी करार देकर जेल भेज दिया. प्रधान के बेटे की सड़क हादसे में मौत हो गई. प्रधान का सबसे छोटा भाई बाहर होने के कारण हत्याकांड की आग की लपटों से बच गया. वही मामले की पैरवी कर रहा है.
हथिगवां थाना क्षेत्र के बलीपुर चौराहे पर दो मार्च 2013 को प्रधान नन्हें यादव, फिर उसके भाई सुरेश की हत्या के बाद मौके पर पहुंचे सीओ की हत्या का सूत्रधार बलीपुर चौराहे पर स्थित विवादित कीमती जमीन है. बताते हैं कि चौराहे की विवादित जमीन पर बबलू पांडेय का कब्जा था. इसे लेकर गांव के कामतापाल से विवाद चल रहा था. उस विवादित जमीन को प्रधान नन्हें यादव ने बबलू पांडेय से खरीद लिया. वहीं से बलीपुर के खूनी खेल की नींव पड़ी. बताते हैं कि तत्कालीन प्रधान नन्हें यादव का उस समय काफी दबदबा था. उसकी कई लोगों से रंजिश भी थी. दो मार्च 2013 की शाम करीब उसी जमीन के सामने बलीपुर चौराहे पर प्रधान नन्हें यादव की गोली मारकर हत्या की गई.
आक्रोश के बीच थोड़ी देर बाद उसके छोटे भाई सुरेश की गोली लगने से मौत हो गई. मौके पर पहुंचे सीओ जियाउल हक की बेरहमी से हत्या हो गई. सीबीआई पहुंची तो जांच के दौरान प्रधान नन्हें यादव के भाई फूलचन्द, पवन और प्रधान के नाबालिग बेटे योगेंद्र उर्फ बबलू को सीओ की हत्या में आरोपी बनाया. कुछ वर्ष पहले योगेन्द्र उर्फ बबलू यादव की जमानत हुई तो वह घर आते समय सड़क हादसे का शिकार हो गया, जिससे उसकी मौत हो गई. प्रधान का सबसे छोटा भाई सुधीर यादव घटना के समय पढ़ाई के सिलसिले में प्रयागराज में रहने के कारण तिहरे हत्याकांड की आग की लपटों से बच गया.
सुधीर यादव ही पूरे मामले की पैरवी कर रहा है. चार को सीबीआई कोर्ट ने प्रधान के भाई फूलचन्द्र और पवन को सीओ की हत्या का दोषी करार दिया तो एक बार परिवार पूरी तरह बिखर गया. इन घटनाओं के बीच प्रधान के पिता दुखीराम की भी मौत हो गई.
प्रधान के हत्यारोपियों का फैसला आना बाकी
बलीपुर में हुई सीओ जियाउल हक की हत्या के मामले में सीबीआई कोर्ट ने प्रधान नन्हें यादव के भाई फूलचन्द्र यादव, पवन यादव को दोषी करार दिया है. मृतक प्रधान के परिवार का कहना है कि उसके परिवार के दो लोगों की हत्या हो गई, उनके हत्यारों के खिलाफ कोई फैसला नहीं आया, आखिर उनको कब सजा होगी.
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क