नई दिल्ली। ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर समुद्री चक्रवात दाना का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार दाना अभी मध्य अंडमान सागर में स्थित है और इसकी ताकत लगातार बढ़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार 23 अक्टूबर को दाना समुद्री चक्रवात में बदलेगा। इसके बाद ये तेजी पकड़ेगा और 24 अक्टूबर को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के बीच तट को पार करेगा। समुद्री चक्रवात दाना से ओडिशा में बहुत नुकसान होने की आशंका मौसम विभाग ने जताई है।
मौसम विभाग ने मछुआरों से कहा है कि वे 21 अक्टूबर की शाम तक हर हाल में पश्चिम बंगाल और ओडिशा के समुद्री तट पर वापस आ जाएं। दाना चक्रवात के कारण बहुत तेज हवा चलेगी और इससे समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी। मौसम विभाग के अनुसार समुद्री चक्रवात दाना के कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 24 और 25 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश होगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि दाना के कारण तटीय ओडिशा के इलाकों में 20 से 30 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है। अगर ऐसा हुआ, तो इन इलाकों में जलप्रलय जैसे हालात दिख सकते हैं।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मीडिया को बताया है कि जब समुद्री चक्रवात दाना पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तट को पार करेगा, तब इस इलाके में हवा की रफ्तार 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। मौसम विभाग के अनुमान के आधार पर माना जा सकता है कि तेज हवा के कारण भी नुकसान की सीमा ज्यादा होने की आशंका है। इस साल अब तक बंगाल की खाड़ी में कई चक्रवात आ चुके हैं। जिनकी वजह से पूर्वी, दक्षिणी इलाकों और पूर्वोत्तर राज्यों में अक्टूबर के पहले हफ्ते तक बारिश हुई, लेकिन दाना समुद्री चक्रवात पहले आ चुके चक्रवातों से काफी ताकतवर रहने के आसार हैं। ओडिशा सरकार अभी से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी कर रही है।
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