पुष्य नक्षत्र! इस योग में खरीदारी और नई शुरुआत करना है शुभ
Garima Singh October 22, 2024 10:27 AM
24 अक्टूबर, गुरुवार को पुष्य नक्षत्र रहेगा. गुरुवार को होने वाले पुष्य नक्षत्र को गुरु पुष्य या मिनी धनतेरस भी कहते हैं. इस योग में खरीदारी और नयी आरंभ करना शुभ माना जाता है.

हर वर्ष दिवाली से करीब 7 दिन पहले पुष्य नक्षत्र आता है. इसी दिन से दीपावली की खरीदारी भी प्रारम्भ हो जाती है. नया काम या बिजनेस भी प्रारम्भ किया जाता है.

24 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र सूर्योदय के साथ प्रारम्भ होगा और पूरे दिन रहेगा. इस दिन महालक्ष्मी, सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, पारिजात, बुधादित्य और पर्वत योग भी बन रहे हैं.

एक दिन में इतने शुभ योग होने से खरीदारी, निवेश और नयी आरंभ के लिए महामुहूर्त बन गया है. ज्योतिषियों का गणित कहता है कि खरीदारी का ऐसा मुहूर्त पिछले 752 वर्षों में नहीं बना.

इस संयोग में खरीदारी से मिल सकता है लंबे समय तक फायदा ज्योतिषियों का मानना है कि इतने शुभ योग के असर से लंबे समय तक धन लाभ, सुख और समृद्धि मिलेगी. इस संयोग में सोना-चांदी, बर्तन, कपड़े, फर्नीचर, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, व्हीकल और प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं. रियल एस्टेट में किया निवेश भी लंबे समय तक लाभ देने वाला रहेगा. बिजनेस के बड़े सौदों के लिए भी यह दिन लाभ वाला रहेगा.

 

ज्योतिषियों का गणित: बिजनेस बढ़ेगा, शेयर बाजार में गिरावट से निवेश के योग बनेंगे पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि और इसके देवता बृहस्पति होते हैं. ये दोनों ग्रह अच्छी स्थिति में है. इन ग्रहों के असर से सोना-चांदी, मशीनरी और रियल एस्टेट में बड़े निवेश होने की आशा है. इस शुभ योग में किए गए इन्वेस्टमेंट से आने वाले दिनों में बड़ा लाभ होने की आसार है.

ग्रह-स्थिति के अनुसार शेयर बाजार में गिरावट होने की संभावना है. ऐसे समय में किया गया निवेश आने वाले दिनों में बड़ा लाभ दे सकता है.

 

पुष्य नक्षत्र में किए गए काम दोषमुक्त होते हैं और शीघ्र ही सफल हो जाते हैं. रविवार और गुरुवार को पड़ने वाला पुष्य नक्षत्र बहुत शुभदायक माना जाता है. पुष्य अन्ध नक्षत्र है. इस नक्षत्र में खोई हुई चीज शीघ्र मिल भी जाती है.

धन, यश और वैभव का नक्षत्र है पुष्य, इसलिए खरीदारी और निवेश की मान्यता BHU के पूर्व ज्योतिष विभागाध्यक्ष प्रो विनय पांडेय का बोलना है कि 27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है पुष्य. इसे नक्षत्रों का राजा भी माना जाता है. यह धन, यश और वैभव का प्रतीक है, इसलिए पुष्य नक्षत्र में शुभ कामों की शुरुआत, प्रॉपर्टी, व्हीकल की खरीदारी और निवेश करने की परंपरा चली आ रही है. माना जाता है इस नक्षत्र में सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है. पुष्य को सबसे अच्छा नक्षत्र माना जाता है. इसे शास्त्रों में अमरेज्य भी बोला गया है. यानी वो नक्षत्र जो जीवन में स्थिरता और अमरता लाता है. इस दौरान लंबे समय तक चलने वाले स्थायी काम करने चाहिए.

 
 

तीज-त्योहारों के लिहाज से बड़ा महीना यानी कार्तिक मास 18 अक्टूबर से प्रारम्भ हो गया है और 15 नवंबर तक रहेगा. इस महीने में करवा चौथ, पांच दिनों का दीपोत्सव पर्व, छठ पूजा, देवउठनी एकादशी- तुलसी शादी और कार्तिक पूर्णिमा का पर्व स्नान किया जाएगा. इस महीने व्रत-पर्व के 15 दिन रहेंगे. पूरी समाचार पढ़ें

 

 
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