दीपावली के बाद अगर आप घूमने का प्रोग्राम बना रहे हैं, तो आप मसूरी के पास स्थित बेहद सुंदर हिल स्टेशन लंढौर जा सकते हैं. यह हिल स्टेशन टूरिस्टों के दिल में उतर जाता है और उनको अपनी ओर आकर्षित करता है. लंढौर में आप कैंपिंग और ट्रैकिंग कर सकते हैं. यह हिल स्टेशन नेचर वॉक के लिए परफेक्ट है. दिल्ली-एनसीआर के नजदीक होने के कारण यह हिल स्टेशन टूरिस्टों की पहली पसंद है. आइए इस हिल स्टेशन के बारे में जानते हैं.
यह हिल स्टेशन देवदार और चीड़ के घने जंगलों के बीच बसा हुआ है. यह हिल स्टेशन प्रकृति की गोद में बसा हुआ है. जिस तरह से मसूरी को पहाड़ों की रानी कहा जाता है, उसी तरह से इस हिल स्टेशन को भी पहाड़ों की रानी कहा जाता है. यह जगह मसूरी के एकदम पास है और टूरिस्टों के बीच पॉपुलर है. सैलानी लंढौर में लाल टिब्बा घूम सकते हैं. यह यहां का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जो समुद्र तल से 8 हजार मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है. लाल टिब्बा से आप आसपास की पहाड़ियों की खूबसूरती को निहार सकते हैं. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का नजारा यहां से देखने लायक होता है. यह मसूरी और लंढौर का सबसे ऊंचा शिखर है. जहां से पर्यटक हिमालय, बद्रीनाथ, केदारनाथ, नीलकंठ, श्री हेमकुंड साहिब, यमुनोत्री और गंगोत्री के पहाड़ों के अद्भुत नजारों को देख सकता है. मसूरी से लाल टिब्बा की दूरी करीब 8 किलोमीटर है.
लंढौर में सैलानी लंढौर क्लॉक टावर देख सकते हैं. यहां सैलानियों की भीड़ लगी रहती है. यह यहां का एक लैंडमार्क है. यह क्लॉक टावर साल 1930 में उग्र सिंह वर्मा ने स्थापित की थी. यह जगह प्रदर्शनकारियों के धरने के लिए भी प्रसिद्ध है. मसूरी हिल स्टेशन से लंढौर की दूरी सिर्फ 6 किलोमीटर है. आप किसी भी स्टेट से आसानी से लंढौर जा सकते हैं और इसके साथ ही मसूरी भी घूम सकते हैं. यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन करीब 60 किमी की दूरी पर देहरादून में स्थित है. ऐसे में दिवाली के बाद परिवार के साथ घूमने के लिए यह हिल स्टेशन बेस्ट है.