24 अक्टूबर को नई दिल्ली में आयोजित ट्रैफिकइंफ्राटेक एक्सपो के 12वें संस्करण में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) देश में कई एक्सप्रेसवे और एक्सिस-नियंत्रित सड़कों का निर्माण कर रहा है, जिनका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है. उन्होंने कहा कि आज 60% मौतें 18 से 36 वर्ष के लोगों के बीच होती हैं. इसको रोकने के लिए, सरकार नवीनतम तकनीकों का उपयोग कर सड़कों को बेहतर और सुरक्षित बनाने पर काम कर रही है. साथ ही, देश के युवा इंजीनियरों को भी इन प्रयासों में शामिल किया जा रहा है.
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया कि कानून प्रवर्तन के क्षेत्र में भी उन्नत तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जो नियमों का उल्लंघन करने वालों को पहचानने में मदद करती है. उन्होंने कहा कि सरकार सड़क सुरक्षा के लिए AI जैसी आधुनिक तकनीकों को अपना रही है, और इसके लिए निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों को भी जोड़ा जा रहा है. आने वाले तीन महीनों में एक नई प्रणाली लागू की जाएगी, जो कानून प्रवर्तन, टोल प्रबंधन और सड़कों की गुणवत्ता की निगरानी करेगी. इस प्रणाली को पहले प्रमुख राजमार्गों पर लागू किया जाएगा और बाद में राज्य सरकारें इसका लाभ उठा सकेंगी.
इसके अलावा, गडकरी ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) की भागीदारी पर भी जोर दिया, जो लगातार उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के बुनियादी ढांचे में आने वाले समय में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, जिससे निर्यात के लिए भी एक बड़ा बाजार उपलब्ध होगा.
भारत में बढ़ते बुनियादी ढांचे और सड़क नेटवर्क के साथ, AI जैसी स्मार्ट तकनीकों का उपयोग महत्वपूर्ण साबित हो रहा है. इससे देश के यातायात, पार्किंग और सड़क प्रबंधन में सुधार होगा. यह तकनीकें सड़क दुर्घटनाओं को कम करने, जीएनएसएस टोल संग्रह और वास्तविक समय ट्रैकिंग जैसी सुविधाओं में मददगार साबित होंगी.