प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा में उपचुनाव को लेकर सपा ने मुज्तबा सिद्दीकी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. हालांकि, समाजवादी पार्टी के भीतर ही इस फैसला के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन प्रारम्भ हो गया है. मुज्तबा सिद्दीकी ने नामांकन भी भरा, लेकिन उसी दिन समाजवादी पार्टी कार्
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से आवाहन
जनसभा में मौजूद सपाईयों ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से अपील की कि मुज्तबा सिद्दीकी का टिकट अभी भी बदला जा सकता है. उन्होंने बोला कि यदि ठीक फैसला नहीं लिया गया, तो पार्टी फूलपुर की सीट खो सकती है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने “मुज्तबा सिद्दीकी मुर्दाबाद” के नारे भी लगाए.
प्रदर्शन का नेतृत्व
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजवादी पार्टी नेता छोटे प्रधान ने की. उन्होंने बोला कि मुज्तबा सिद्दीकी को टिकट देना समाजवादी पार्टी के लिए गलत कदम है और उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा. छोटे प्रधान ने यह भी इल्जाम लगाया कि मुसलमानों का समाजवादी पार्टी से मोहभंग हो रहा है और उन्हें ‘राजनीतिक नैपकिन’ की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है.
समुदाय की चिंता
उन्होंने मुसलमान समुदाय के सदस्यों को यह सोचने के लिए भी प्रेरित किया कि क्या उन्होंने ऐसी पार्टियों का समर्थन करने का ठेका ले रखा है, जो उनके बारे में बात भी नहीं करती हैं. जनसभा में पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अनीश उर्फ़ गुड्डू दमगड़ा और अन्य नेताओं ने भी मुज्तबा सिद्दीकी के विरुद्ध बगावत की.
कार्यक्रम का संचालन
कार्यक्रम का संचालन शेर अली सभासद ने किया, जबकि व्यवस्थापक चाद रॉयल कैफे ने आए हुए सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर हजारों की संख्या में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें बचवा भाई झूसी, बंगाली नेता, निहाल अहमद, अविनाश मौर्य, कमल पटेल, बेलाल बीडीसी, अफजल बीडीसी, निजाम, चमन, और अनवर अली शामिल थे.
इस घटनाक्रम से साफ है कि समाजवादी पार्टी के भीतर टिकट को लेकर असंतोष बढ़ रहा है, जो आनें वाले उपचुनाव में पार्टी की रणनीति पर असर डाल सकता है.