चुनाव आयोग के खिलाफ कैसे निकले प्रशांत किशोर के सुर…
Krati Kashyap October 25, 2024 03:27 PM

भोजपुर जिले में तरारी विधानसभा उपचुनाव को लेकर जनसुराज पार्टी और चुनाव आयोग के बीच टकराव सामने आया है जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने चुनाव आयोग पर प्रश्न उठाते हुए बोला कि पार्टी के पहले प्रत्याशी सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह चुनाव नहीं लड़ पाए, क्योंकि उनका नाम बिहार की मतदाता सूची में नहीं था

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इसके बाद भोजपुर जिला प्रशासन ने एक प्रेस रिलीज जारी कर चुनावी प्रक्रिया और नियमों को साफ किया साथ ही जनसुराज द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया

एसके सिंह का नामांकन विवाद:
तरारी विधानसभा उपचुनाव के लिए जनसुराज पार्टी ने पहले सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह को उम्मीदवार के रूप में चुना था हालांकि, बिहार की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं होने के कारण वे नॉमिनेशन दाखिल नहीं कर पाए इसके चलते प्रशांत किशोर को पार्टी के दूसरे प्रत्याशी को मैदान में उतारना पड़ा इस घटना के बाद सियासी गलियारों में जनसुराज और प्रशांत किशोर की आलोचना भी हुई

चुनाव आयोग पर प्रश्न और जिला प्रशासन की सफाई:
प्रशांत किशोर ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि एसके सिंह का नाम मतदाता सूची में जोड़ने के लिए हर संभव कोशिश किया गया, लेकिन चुनाव आयोग के नियमों की वजह से वे चुनाव नहीं लड़ पाए प्रशांत किशोर ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर प्रश्न खड़े करते हुए बोला कि एसके सिंह, जो इंडियन आर्मी में उच्च पद पर सेवा कर चुके हैं, उन्हें अपने ही घर में चुनाव लड़ने से रोका गया

जवाब में भोजपुर जिला प्रशासन ने एक प्रेस रिलीज जारी की और कहा कि एसके सिंह का नाम नोएडा की मतदाता सूची में दर्ज था, और उन्हें बिहार में नाम स्थानांतरित कराने के लिए फॉर्म 8 भरकर प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए थी यह प्रक्रिया नॉमिनेशन प्रारम्भ होने से 10 दिन पहले तक ही की जा सकती थी, लेकिन एसके सिंह ने समय सीमा खत्म होने के बाद नाम जुड़वाने का कोशिश किया, जिसके कारण चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की

प्रेस रिलीज के आखिरी हिस्से में प्रशासन ने साफ किया कि एसके सिंह ने निर्वाचक निबंधन अधिकारी के समक्ष नाम जुड़वाने के लिए कोई आवेदन नहीं दिया था इसके आधार पर प्रशासन ने जनसुराज पार्टी और प्रशांत किशोर द्वारा लगाए गए आरोपों को भ्रामक और निराधार करार दिया प्रशासन ने बोला कि नियमों का ठीक ढंग से पालन न करने के कारण ही एसके सिंह चुनाव लड़ने से वंचित रह गए उनकी स्थान अब पार्टी तरफ से किरण लड़ेंगी

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