Stubble Burning Cases: : इस साल पराली जलाने की घटनाओं में आई 16% की गिरावट
Richa Srivastava October 26, 2024 01:27 AM

Stubble Burning Cases: पराली जलाने की घटनाओं में कमी के रुझान को बनाए रखते हुए, पंजाब ने पराली जलाने की घटनाओं को कम करने में जरूरी प्रगति की है, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23 अक्टूबर, 2024 तक पराली जलाने की घटनाओं में 16% की गिरावट दर्ज की गई है.

राज्य में इस वर्ष 23 अक्टूबर तक पराली जलाने की 1638 घटनाएं हुई हैं, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 1946 घटनाएं हुई थीं. पराली जलाने की घटनाओं में कमी के आंकड़े इसलिए भी जरूरी हैं, क्योंकि पड़ोसी राज्य हरियाणा इसी अवधि के दौरान पराली जलाने की परेशानी पर सिर्फ़ 8% तक ही कंट्रोल कर पाया है.

पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने विवरण देते हुए बोला कि पंजाब ने 2020 की तुलना में 2024 में पराली जलाने की घटनाओं में 88% की भारी गिरावट दर्ज की है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 2020 में 13,894 पराली जलाने की घटनाएं हुई थीं, जो इस वर्ष घटकर सिर्फ़ 1638 घटनाएं रह गई हैं. दूसरी ओर, हरियाणा में उन्हीं वर्षों में सिर्फ़ 56 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी.

उन्होंने बोला कि यह स्थिति तब है जब पंजाब में 32 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि धान की खेती के लिए समर्पित है, जो हरियाणा के 15 लाख हेक्टेयर से दोगुनी से भी अधिक है. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बोला कि पंजाब ने इस वर्ष अब तक किसानों को 13,616 फसल अवशेष प्रबंधन (Crop Residue Management) मशीनें प्रदान की हैं, जिससे 2018 से अब तक कुल 1.43 लाख मशीनें मौजूद हो गई हैं.

नोडल अधिकारी नियुक्त

खुद्डियन ने बोला कि पराली जलाने से रोकने और किसानों में जागरूकता बढ़ाने के लिए गवर्नमेंट द्वारा 8000 से अधिक नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं.

कृषि मंत्री ने “उन्नत किसान” मोबाइल एप्लीकेशन के लॉन्च पर भी प्रकाश डाला, जिसने छोटे और सीमांत किसानों के लिए पराली प्रबंधन मशीनों तक पहुंच को आसान बनाने के लिए 1.30 लाख सीआरएम मशीनों को मैप किया है.

उन्होंने बोला कि इस वर्ष पराली प्रबंधन के लिए 500 करोड़ रुपये की कार्य योजना तैयार की गई है, जो इस मामले से निपटने के लिए सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब गवर्नमेंट की प्रतिबद्धता को दिखाता है.

गुरमीत सिंह खुडियां ने बोला कि पराली जलाने की घटनाओं में कमी पंजाब गवर्नमेंट और कृषक समुदाय के सम्मिलित प्रयासों का प्रमाण है. सीआरएम मशीनों के प्रावधान और नोडल ऑफिसरों की नियुक्ति सहित हमारी पहलों के सकारात्मक रिज़ल्ट मिल रहे हैं. ‘उन्नत किसान’ मोबाइल एप्लीकेशन का शुरुआत हमारे किसानों को पराली प्रबंधन संसाधनों तक आसान पहुंच प्रदान करके उन्हें और सशक्त बनाता है.

 

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